
प्रेमी संग मिलकर पत्नी ने पति की हत्या, 24 घंटे में पुलिस ने किया खुलासा
धर्मेंद्र कुमार गुप्ता/लोकायुक्त न्यूज
महराजगंज/ठूठीबारी,: जिले के निचलौल थाना क्षेत्र के हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने मृतक नागेश्वर रौनियार की पत्नी नेहा रौनियार उसके प्रेमी जितेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने मिलकर पहले नागेश्वर को शराब पिलाई, फिर गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद नागेश्वर के शव को सड़क पर फेंककर हादसा दिखाने की कोशिश की। पुलिसशराब पिलाई, फिर गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद नागेश्वर के शव को सड़क पर फेंककर हादसा दिखाने की कोशिश की। पुलिस कार्यालय में रविवार को एसपी सोमेंद्र मीना ने इस हत्याकांड का खुलासा किया। बताया कि 12 सितंबर की रात करीब 3 बजे सूचना मिली कि निचलौल थाना क्षेत्र के दमकी गैस एजेंसी के पास एक युवक मृत अवस्था में पड़ा है।
पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक की पहचान नागेश्वर रौनियार के रूप में हुई। मृतक के पिता केशव राज रौनियार की तहरीर पर उसकी पत्नी नेहा और गांव के ही जितेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। प्रेम प्रसंग बना हत्या का कारण गिरफ्तार आरोपित जितेंद्र ने पूछताछ में बताया कि मृतक नागेश्वर उसकी दुकान पर काम करता था। उसने एक लड़की का नंबर दिया था। बातचीत के दौरान दोनों के बीच प्रेम संबंध हो गए। बाद में पता चला कि वह लड़की और कोई नहीं बल्कि नागेश्वर की पत्नी नेहा रौनियार है। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन नागेश्वर आड़े आ रहा था। इसी वजह से दोनों ने मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची। वारदात को ऐसे दिया अंजाम पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि 12 सितंबर की रात नागेश्वर को महराजगंज के सिविल लाइन स्थित किराए के कमरे पर बुलाया गया। वहां उसे शराब पिलाकर सुला दिया गया। सो जाने के बाद नेहा और जितेंद्र ने मिलकर पहले उसके पैर बांधे और फिर गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को बाइक पर बीच में बैठाकर दमकी गैस एजेंसी के पास फेंक दिया। बाइक को वहीं गिरा दिया ताकि मामला सड़क हादसे जैसा लगे। पुलिस की सक्रियता से हुआ खुलासा नागेश्वर हत्याकांड का पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दोनों आरोपित 21 वर्षीय नेहा देवी पत्नी नागेश्वर रौनियार और 20 वर्षीय जितेंद्र पुत्र रामदरस उर्फ बिहारी को गिरफ्तार कर लिया।
इस प्रकरण में थाना निचलौल के प्रभारी निरीक्षक अखिलेश वर्मा के नेतृत्व में उपनिरीक्षक रत्नेश मौर्य, उपनिरीक्षक प्रधान यादव, हेड कांस्टेबल रजनीश सिंह, विवेक राव, कांस्टेबल विवेक सिंह और महिला कांस्टेबल गूड़िया व पूजा शामिल रहे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उनके बयान और घटनास्थल से मिले साक्ष्यों के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर दोनों का चालान कर दिया गया है।