
छह साल से बूंद-बूंद को तरस रहे ग्रामीण,पानी की टंकी बना शोपीस
नकटहाँ मिश्र गांव में 2018 से बनी पानी की टंकी अब भी बेकार, अधिकारी बेपरवाह
अवधेश कुमार त्रिपाठी/लोकायुक्त न्यूज
बनकटा बाजार,कुशीनगर। शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का दावा तो किया गया, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे कोसों दूर है। ब्लॉक फाजिलनगर अंतर्गत ग्राम सभा नकटहाँ मिश्र में बीते छह वर्षों से लोग शुद्ध पेयजल आपूर्ति का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते यह व्यवस्था अब तक शुरू नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि वर्ष 2018-19 में गांव में करोड़ों की लागत से पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था। यह टंकी अशोक विद्यापीठ इंटर कॉलेज परिसर के ठीक बगल स्थित है, जहां करीब तीन हजार छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। बावजूद इसके टंकी से एक बूंद पानी भी नहीं टपका है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, इस विषय को कई बार समाचार पत्रों के माध्यम से और लिखित शिकायतों के जरिये अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला, कार्रवाई नहीं। वर्षों से चल रहे इस उपेक्षा के रवैये से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। नकटहाँ गांव की गिनती बिहार सीमा से सटे क्षेत्रों में होती है, और यह फाजिलनगर ब्लॉक मुख्यालय से महज 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके बावजूद गांव की अनदेखी सरकारी उदासीनता को दर्शाता है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस योजना को शुरू कराया जाए, ताकि वर्षों से प्यासी जनता को राहत मिल सके।