
पडरौना के दुदही फीडर की लचर व्यवस्था से ग्रामीण परेशान, हाइडिल पर देर रात ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर भी उठे सवाल, बिजली विभाग के खिलाफ की नारेबाजी
लोकायुक्त न्यूज
पडरौना (कुशीनगर)। जनपद के पडरौना अंतर्गत दुदही फीडर से जुड़े गांवों में बदहाल बिजली व्यवस्था के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश बुधवार देर रात फूट पड़ा। उमस भरी गर्मी और 10 घंटों से बिजली आपूर्ति बाधित होने से नाराज़ ग्रामीण बीजेपी युवा नेता सुशील कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में पडरौना हाइडिल कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों से बातचीत किए लेकिन कोई जिम्मेदार व्यक्ति संतोषजनक जवाब नहीं दिया, जिसके बाद बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ग्रामीणों का सीधा आरोप है कि किसी भी सप्ताह नियमित आपूर्ति नहीं मिलती। फीडर हर दूसरे दिन 12 से 18 घंटे तक खराब रहता है। पिछले दो महीने से भयानक पड़ रही गर्मी और उमस के कारण लोग बेहाल हैं लेकिन विभागीय कर्मचारियों और अधिकारियों को कोई परवाह नहीं है, की व्यवस्था को कैसे सुचारू रूप से चलाया जाए। वर्षों से लगातार सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है कि जल्द समाधान कर लिया जाएगा लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि एक तो बेतहाशा बिजली कटौती से जनता परेशान है तो जब कभी बिजली की आपूर्ति चालू भी होती है, तो उसे भी सेमरा के पास से रोक दिया जाता है।
जिससे बंगाली पट्टी, लक्ष्मीपुर, लमकन ,सिसवा सहित कई ग्राम पंचायत में सप्लाई नहीं पहुंच पाती है। जबकि वहीं सेमरा पचरुखिया गांव को नियमित बिजली दी जाती है। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि क्या यह सरकार की नीति है या बिजली विभाग की मनमानी? आखिर ये दोहरा नीति अपनाने वाले जिम्मेदारों पर कारवाई क्यूं नहीं होती है?? वही प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जानबूझकर सप्लाई बाधित की जा रही है ताकि सरकार की छवि को भी खराब किया जा सके। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर यही स्थिति रही तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। वही बीजेपी नेता सुशील श्रीवास्तव ने मौके पर मौजूद अधिकारियों से जवाब मांगा लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। उन्होंने मांग किया कि फीडर की व्यवस्था सुधारी जाए, सभी गांवों को समान रूप से बिजली दी जाए और लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों पर भी गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि आखिर इतने लापवाही बरतने वाले अधिकारियों पर उनकी चुप्पी क्यूं है?? उक्त सम्बन्ध जेई का कहना है कि बहुत ही ज्यादा लोड होने के कारण बार बार जल जा रहा है जिसे ये परेशानी हो रही है। अब सवाल उठता है कि आखिर दो सालों से ये समस्या लगातार बनी हुई है तो जिम्मेदार अधिकारी कौन सी नीद सो रहे हैं और जनप्रतिनिधि कहां रहते हैं कि अब तक समाधान नहीं हो पाया। उक्त मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य महेश गुप्ता, पूर्व प्रधान प्रतिनिधि दिग्विजय सिंह, दिनेश लाल श्रीवास्तव,अखण्ड प्रताप सिंह, मुलायम कुशवाहा, गुंजन सिंह,शिव कुमार मौर्या,चन्दन पाण्डेय,सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।