
आखिर किसके संरक्षण में ट्रांसफर के 8 महीने बाद भी सेवरही में जमे हैं विद्युत कर्मचारी जितेंद्र पांडेय?
लोकायुक्त न्यूज
ब्यूरो,कुशीनगर। बिजली विभाग में लापरवाही और अनुशासनहीनता का एक बड़ा मामला सामने आया है। विभागीय आदेशों और बार-बार भेजे जा रहे रिमाइंडर के बावजूद सेवरही विद्युत उपकेंद्र पर तैनात एक लिपिक जितेंद्र पांडेय का ट्रांसफर के 8 महीने बाद भी रिलीव नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार, कार्यकारी सहायक जितेंद्र पांडेय का स्थानांतरण 28 अक्टूबर 2024 को मिर्जापुर जिले के लिए किया गया था, और इसका आदेश विधिवत जारी भी हुआ। इसके बावजूद सेवरही स्थित कार्यपालक अभियंता (एक्सियन) कार्यालय द्वारा आज तक उन्हें रिलीव नहीं किया गया। गौर करने वाली बात यह है कि विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा कई बार रिमाइंडर भेजे जा चुके हैं, लेकिन फिर भी एक्सियन कार्यालय टालमटोल रवैया अपनाए हुए है। सवाल यह उठता है कि एक साधारण कर्मचारी आदेश की अवहेलना कर कैसे अपनी पोस्टिंग पर जमे रहने में सफल है, क्या उसे विभाग के भीतर से ही किसी का संरक्षण प्राप्त है? जब विभाग के शीर्ष अधिकारियों के आदेशों को ही गंभीरता से नहीं लिया जा रहा, तो बाकी कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय होना मुश्किल है। साथ ही, यह रवैया विभाग की साख पर भी सवाल खड़ा करता है।