
स्व. विजय प्रताप नारायण सिंह की 8 वीं पुण्यतिथि पर जरूरतमंदों में कंबल वितरण, जनसेवा को दी श्रद्धांजलि
साजिद अंसारी/लोकायुक्त न्यूज़
कुशीनगर। तहसील क्षेत्र के साखोपार में सोमवार को समाजसेवी स्व. विजय प्रताप नारायण सिंह की आठवीं पुण्यतिथि भावपूर्ण तरीके से मनाई गई। इस अवसर पर उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और जरूरतमंदों में कंबल वितरित किए गए।
समाजसेवा के आदर्श को किया याद
कार्यक्रम की शुरुआत स्व. सिंह और उनके पिता स्व. नवल किशोर सिंह की समाधि पर पुष्पांजलि से हुई। बगही कुट्टी के महंत विश्वंभर दास ने कहा, “अपने कर्मों के जरिए लोग अमर हो जाते हैं। स्व. विजय सिंह ने सेवा और समर्पण के माध्यम से समाज में अपनी अमिट छाप छोड़ी।”
लोक कल्याण का संकल्प
राष्ट्रीय हृदय रोग संस्थान, नई दिल्ली के प्रमुख सलाहकार डॉ. आनंद त्रिपाठी ने स्व. सिंह के परिजनों के कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “अपने माता-पिता के दिखाए मार्ग पर चलकर लोक कल्याण का कार्य करना अनुकरणीय है। स्व. विजय सिंह के परिजन उनके अधूरे कार्यों को पूरा कर रहे हैं, जो समाज के लिए प्रेरणा है।”
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जेपी शाही ने कहा, “स्व. सिंह का सपना था कि समाज के वंचित और जरूरतमंद लोगों की मदद की जाए। उनके परिवार ने इस सपने को साकार करने का बीड़ा उठाया है।”
सेवा कार्य और आयोजन
कार्यक्रम में स्व. सिंह के छोटे भाई और नवल किशोर सिंह सेवा संस्थान के अध्यक्ष अजय प्रताप नारायण सिंह, अभय प्रताप नारायण सिंह, पीयूष प्रताप नारायण सिंह और ग्राम प्रधान शैलेश प्रताप नारायण सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया और जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए।
स्व. सिंह की पत्नी श्रीमती शीला सिंह ने कहा, “मेरे पति के जनसेवा के कार्यों को जारी रखना मेरा और मेरे परिवार का कर्तव्य है। हमारा परिवार हर जरूरतमंद की मदद के लिए हमेशा तैयार रहेगा।”
आध्यात्मिक माहौल और सांस्कृतिक कार्यक्रम
पुण्यतिथि के अवसर पर श्रीरामचरितमानस पाठ, श्रद्धांजलि सभा और सहभोज का आयोजन किया गया। भजन मंडली के सत्य प्रकाश पांडेय और उनकी टीम ने भक्ति गीतों से माहौल को भक्तिमय बना दिया।
विशेष अतिथियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में बगही कुट्टी के महंत विश्वंभर दास, आरजेडी नेता दयाशंकर सिंह, केन यूनियन चेयरमैन अम्बरीष राव, आलोक सिंह, त्रिपुरेश प्रताप सिंह सहित क्षेत्र के सैकड़ों लोग शामिल हुए।
समारोह का संचालन संतोष कुमार संगम ने किया। कार्यक्रम में शामिल लोगों ने स्व. विजय प्रताप नारायण सिंह के योगदान को याद कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके दिखाए सेवा मार्ग को अपनाने का संकल्प लिया।