
कुशीनगर में स्वास्थ्य सेवाओं की खुली पोल: आधे से ज्यादा कर्मचारी मिले गैरहाजिर
लोकायुक्त न्यूज
कुशीनगर। जिले की सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) सुरेश पटेरिया के औचक निरीक्षण में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) सुकरौली में बड़े पैमाने पर लापरवाही उजागर हुई। निरीक्षण के दौरान अधिकांश कर्मचारी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए।
अस्पतालों में अफरा-तफरी और गैरहाजिर कर्मचारी
सुबह करीब 10 बजे सीएमओ के सीएचसी सुकरौली पहुंचने पर अफरा-तफरी मच गई। उपस्थिति पंजिका की जांच में कई कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए। इसके बाद सीएमओ ने 11 बजे पीएचसी का निरीक्षण किया, जहां नेत्र विशेषज्ञ डॉ. विवेक नारायण तिवारी, बड़े बाबू अमित कुमार और डॉ. मनीषा तिवारी अनुपस्थित मिले। हालांकि, निरीक्षण के दौरान ही डॉ. मनीषा अस्पताल पहुंच गईं।
कर्मचारियों को सख्त निर्देश
सीएमओ ने उपस्थित कर्मचारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया और सभी को अपने दायित्वों का ईमानदारी से पालन करने की हिदायत दी।
मौजूद मिले कर्मचारी
पीएचसी में डॉ. धर्मेंद्र तिवारी, लैब टेक्नीशियन, वार्ड बॉय और स्वीपर मौजूद थे। सीएमओ ने इनकी उपस्थिति की प्रशंसा की, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में लापरवाही किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं होगी।
स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल
इस औचक निरीक्षण ने जिले में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों को उजागर कर दिया है। अस्पतालों में कर्मचारियों की अनुपस्थिति ने न केवल सरकारी सेवाओं की छवि को धूमिल किया है, बल्कि आम जनता के भरोसे को भी ठेस पहुंचाई है। सीएमओ ने भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और अनुशासन कायम रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।