
कुशीनगर के हाटा नगर स्थित मदनी मस्जिद पर प्रशासन के बुलडोजर की कार्यवाही से राजनीतिक माहौल गर्माया!
सपा के प्रतिनिधिमंडल ने मस्जिद का जायजा लेकर प्रशासन की कार्यवाही को गैर-कानूनी बताया!
लोकायुक्त न्यूज़
उत्तर प्रदेश के जनपद कुशीनगर के हाटा नगर स्थित मदनी मस्जिद पर प्रशासन द्वारा की गई बुलडोजर कार्रवाई के बाद राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। इस कार्रवाई के विरोध में समाजवादी पार्टी का 18 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर कुशीनगर पहुंचा और मस्जिद का निरीक्षण कर जायजा लिया। प्रतिनिधिमंडल ने मस्जिद इंतजामिया कमेटी से बातचीत की और प्रशासन की कार्रवाई को गैर-कानूनी बताया।
नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद, लाल बिहारी यादव ने प्रशासन और सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि संविधान का उल्लंघन करते हुए यह गैर-कानूनी कार्रवाई की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया ताकि एक बड़ा दंगा हो और अल्पसंख्यक समुदाय को दबाया जा सके। उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के धैर्य की सराहना की और प्रशासन की दंगा कराने की साजिश को नाकाम करने के लिए धन्यवाद दिया।
लाल बिहारी यादव ने बताया कि मदनी मस्जिद के पास 33 डिस्मिल जमीन है जिसमें 29 डिसमिल पर मस्जिद बनी है जमीन पर बनी है यानि मस्जिद का निर्माण है। यदि प्रशासन के अनुसार यह जमीन आबादी वर्ग 6 में आती है, तो भी मालिकाना हक मस्जिद का ही होगा। उन्होंने यह भी कहा कि संभल विवाद के बाद सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाई को रोकने के लिए कहा था। प्रतिनिधिमंडल ने मौके की रिपोर्ट तैयार कर शीघ्र ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपने की बात कही।
मदनी मस्जिद के विवादित हिस्से के ध्वस्तीकरण के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। शिकायतकर्ता रामबचन सिंह ने आरोप लगाया कि सपा नेता तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं और कुशीनगर में दंगा फैलाने के उद्देश्य से आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाटा नगर में अमन-चैन कायम है और योगी जी के शासन में दंगे समाप्त हो गए हैं।
इस घटना के बाद से राजनीतिक माहौल गर्मा गया है और विभिन्न दलों के नेता अपने-अपने बयान दे रहे हैं।