
स्वामी प्रसाद मौर्य का बड़ा आरोप : गरीबों और पिछड़ों के हक पर डाका, संविधान बचाने की हुंकार!
संविधान-सम्मान और जनहित यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, सरकार पर जमकर हमला
लोकायुक्त न्यूज
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में आयोजित संविधान सम्मान और जनहित हुंकार यात्रा को अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकारें संविधान विरोधी कार्यों में लिप्त हैं और गरीबों, पिछड़ों, दलितों तथा आदिवासियों के हकों को साजिशन छीना जा रहा है। बंगाली पट्टी व सिधुआ बाजार में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी चरम पर है, महंगाई ने आम जनजीवन को बेहाल कर दिया है, लेकिन सरकार जनता के असली मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम कर रही है। श्री मौर्य ने कहा कि केंद्र सरकार चुनाव के समय पिछड़ों की बात करती है, लेकिन जब जातिगत जनगणना जैसे अहम मुद्दे सामने आते हैं तो उसे दरकिनार कर दिया जाता है। उन्होंने सरकारी भर्तियों में आरक्षण की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के युवाओं को योजनाबद्ध तरीके से वंचित किया जा रहा है और भाजपा व आरएसएस से जुड़े लोगों को लाभ पहुँचाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में की जा रही मनमानी भर्तियों को इसका उदाहरण बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर संविधान की मूल भावना के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने किसानों की समस्याओं पर बात करते हुए कहा कि उन्हें न तो उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य मिल रहा है और न ही न्यूनतम समर्थन मूल्य की कोई गारंटी दी जा रही है। छुट्टा जानवरों के कारण किसान अपनी फसल बचाने में ही लगे रहते हैं, लेकिन सरकार इस पर गंभीर नहीं है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने आरोप लगाया कि देश की बहुमूल्य सार्वजनिक संपत्तियों को चहेते पूंजीपतियों को बेचा जा रहा है। बंदरगाह, एयरपोर्ट, एयर इंडिया, एलआईसी और रेलवे जैसी संस्थाओं का निजीकरण कर दिया गया है, जिससे आम लोगों की खून-पसीने की कमाई कुछ लोगों के हाथों में समर्पित हो रही है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। अनुसूचित जातियों, जनजातियों और पिछड़े वर्ग के लोगों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। न तो समय पर न्याय मिल रहा है और न ही एफआईआर दर्ज की जाती है। उल्टा पीड़ितों पर समझौते का दबाव बनाया जाता है और प्रशासन भी इसमें भूमिका निभाता है। सभा में मौजूद जनसैलाब को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि जनता अपने अधिकारों के लिए एकजुट हो और संविधान की रक्षा के लिए आगे आए।
उन्होंने कहा कि संविधान सम्मान और जनहित हुंकार यात्रा का उद्देश्य ही यही है कि आम जनता को जागरूक किया जाए और उन्हें उनका अधिकार दिलाने के लिए प्रेरित किया जाए। इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव शादाब खान, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चंद्र कोरी, राष्ट्रीय महासचिव दिलीप चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष कन्हैया शर्मा, गुलाबचंद गौतम, जिला अध्यक्ष रामेश्वर कुशवाहा, डॉ. महबूब आलम, मार्कंडेय तिवारी, अभयानंद कुशवाहा, रिजवान खान, जनार्दन कुशवाहा, अजय कुशवाहा,महेंद्र कुशवाहा, वीरेंद्र कुशवाहा, बाबूराम कुशवाहा, उमेश कुशवाहा, पंकज राम सिंह, नंदलाल, अशोक कुशवाहा, गुड्डू अंसारी, शंभू प्रसाद, अफजाल अंसारी, दीपू ब्याहुत, अनिल कुशवाहा, डॉ. हरकेश कुशवाहा समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व समर्थक उपस्थित रहे।