
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वाराणसी में कई मुद्दों पर सरकार को घेरा और साधा निशाना
लोकायुक्त न्यूज़
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज अपने एक दिवसीय निजी दौरे पर वाराणसी पहुंचे। लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार पर कई मुद्दों को लेकर निशाना साधा।
अखिलेश यादव ने महाकुंभ की तैयारियों को लेकर सरकार की पारदर्शिता पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार महाकुंभ की तैयारियों को देश-दुनिया को दिखाना चाहती है, लेकिन आयोजन के दौरान हुई भगदड़ में वास्तविक मृतकों की संख्या और उसके कारणों को छिपा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 100 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने का दावा किया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि यह धन कहां और कैसे खर्च हुआ।
हाल ही में प्रस्तुत केंद्रीय बजट पर अखिलेश यादव ने निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार का दावा है कि अर्थव्यवस्था को पांचवें से तीसरे स्थान पर लाएंगे, लेकिन बजट के बाद जनता में निराशा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बजट में नौकरी, रोजगार, और किसानों की आय बढ़ाने के लिए कोई ठोस योजना नहीं है।
अखिलेश यादव ने वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर सरकार पर आरोप लगाया कि वह जनता का ध्यान असली मुद्दों से हटाने के लिए इस तरह के बिल ला रही है। उन्होंने कहा कि बजट की मायूसी को छिपाने के लिए सरकार ने यह बिल पेश किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह अच्छी बात है कि प्रधानमंत्री अमेरिका गए हैं, लेकिन इससे फायदा तब होगा जब वहां से व्यापार भारत में आए और हमारे लोगों की खुशहाली बढ़े। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि पिछली बार प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका से हीरा लेकर आए थे, इस बार कम से कम सोने की चेन ही ले आते।
डॉलर के मुकाबले रुपये की लगातार गिरती कीमत पर अखिलेश यादव ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आज आपके पैसे की कोई कीमत नहीं बची है। कोविड के बाद से आम लोगों की आय नहीं बढ़ी है और महंगाई लगातार बढ़ रही है।
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह फैसला बहुत पहले ही लिया जाना चाहिए था।
इन सभी मुद्दों पर अखिलेश यादव ने प्रदेश और केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की और जनता की असली समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया।