
17 महीने बाद रिहा हुए सपा नेता अब्दुल्लाह आजम, हरदोई जेल से निकलते ही रामपुर के लिए रवाना!
लोकायुक्त न्यूज़
उत्तर प्रदेश के हरदोई में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से विधायक मोहम्मद आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह आजम खान को 17 महीने की सजा के बाद आज हरदोई जिला कारागार से रिहा कर दिया गया। रिहाई के मौके पर सपा नेताओं और समर्थकों का जमावड़ा जेल के बाहर देखा गया। मुरादाबाद से सपा सांसद रुचि वीरा भी इस मौके पर हरदोई पहुंचीं।
सुरक्षा व्यवस्था के बीच रिहाई : हरदोई जेल में 17 महीने से बंद अब्दुल्लाह आजम को एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट ट्रायल न्यायालय से रिहाई के आदेश सोमवार को ही मिले थे, लेकिन प्रक्रिया पूरी होने में समय लग गया। जैसे ही उनकी रिहाई की खबर आई, समर्थकों और पार्टी नेताओं ने जेल के बाहर इकट्ठा होकर उनका स्वागत किया।
मीडिया से बिना बात किए रामपुर रवाना…..अब्दुल्लाह आजम जेल से बाहर आने के बाद सीधे रामपुर के लिए रवाना हो गए। उन्होंने न तो मीडिया से बात की और न ही समर्थकों से मुलाकात की। वहीं, सपा सांसद रुचि वीरा ने कहा, “न्यायपालिका पर पहले भी भरोसा था और आज भी है। अब्दुल्लाह को न्याय मिला है, और आगे भी मिलेगा।”
परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप….सपा नेता के वकील ने इस मौके पर कहा, “पूरे परिवार को राजनीतिक प्रताड़ना का शिकार बनाया गया और अब्दुल्लाह आजम को जेल में बंद किया गया। न्यायपालिका पर विश्वास था और आज न्याय मिला है।” सपा के जिलाध्यक्ष शराफत अली ने कहा, “ऊपर वाला इंसाफ करता है। हमें विश्वास था कि सच की जीत होगी।”
समर्थकों में खुशी का माहौल : जेल के बाहर जमा समर्थकों ने अब्दुल्लाह आजम की रिहाई पर खुशी जताई। सभी ने इसे न्याय की जीत बताया। हालांकि, रिहाई के बाद अब्दुल्लाह की चुप्पी ने कई सवाल भी खड़े किए।
सांसद रुचि वीरा ने क्या कहा ?
सांसद रुचि वीरा ने कहा, “यह हमारे विश्वास और न्यायपालिका की जीत है। हमें खुशी है कि अब्दुल्लाह आजम को रिहाई मिली है। हम न्यायपालिका का धन्यवाद करते हैं।”
राजनीतिक हलचल तेज : अब्दुल्लाह आजम की रिहाई के बाद सियासी हलचल बढ़ने के आसार हैं। सपा इसे सरकार की नीतियों के खिलाफ जीत मान रही है। वहीं, समर्थकों में अब्दुल्लाह की अगली रणनीति को लेकर उत्सुकता है।