
जल जीवन मिशन प्रचार में ₹250 करोड़ घोटाले का गंभीर आरोप, रिटायर्ड हाई कोर्ट जज से जांच की माँग : अमिताभ ठाकुर
लोकायुक्त न्यूज़
लखनऊ/गोरखपुर। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जल जीवन मिशन के प्रचार-प्रसार में ₹250 करोड़ के कथित घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
अपने पत्र में ठाकुर ने गोरखपुर के भटहट क्षेत्र निवासी आफताब आलम पर विभागीय अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर कई फर्जी कंपनियों के माध्यम से टेंडर प्राप्त कर घोटाला किए जाने के आरोप लगाए हैं। आफताब आलम पूर्व में बहुजन समाज पार्टी से विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं और अगस्त 2023 में पार्टी से निष्कासित कर दिए गए थे।
जांच की मांग के आधार:
अमिताभ ठाकुर के अनुसार, 10 अप्रैल 2023 को जल जीवन मिशन ने प्रचार कार्य के लिए 13 फर्मों को सूचीबद्ध किया था, जिनमें 7 कंपनियाँ आफताब आलम से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़ी थीं। ये कंपनियाँ हैं:
1. वेलफेयर एंड इलस्ट्रेशन ऑफ नीडी ग्रामीण सोसाइटी (विंग्स), लखनऊ।
2. इन्फोटेक सलूशन, नोएडा
3. एक्शन फॉर रूरल डेवलपमेंट, ग्रेटर नोएडा
4. एपइन्वेंटिव टेक्नोलॉजीज प्रा. लि., नोएडा
5. न्यू जेनेसिस, लखनऊ
6. प्योर लाइफ सोसाइटी, अमरावती
7. फाल्कन, मुंबई
घोटाले के मुख्य आरोप:
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर टेंडर प्राप्त करना
गलत पते और फर्जी टर्नओवर/अनुभव प्रमाणपत्र
बिना UDIIN नंबर के ऑडिट रिपोर्ट
नियमों के विरुद्ध लैटरपैड पर संयुक्त उपक्रम (JV) की रिपोर्ट
फर्जी हस्ताक्षर
राज्य की प्रोक्योरमेंट पॉलिसी का खुला उल्लंघन : इन सातों कंपनियों को ₹321 करोड़ के टेंडर दिए गए, जबकि जमीनी स्तर पर लगभग शून्य प्रचार कार्य हुआ। इस आधार पर कम-से-कम ₹250 करोड़ के घोटाले की आशंका जताई गई है।
अमिताभ ठाकुर ने इस मामले में रिटायर्ड हाई कोर्ट जज की अध्यक्षता में स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए इसे व्यापक भ्रष्टाचार का प्रतीक बताया है। उन्होंने कहा कि वह इस प्रकरण से जुड़े वर्ष 2021 के टेंडर की जानकारी भी जुटा रहे हैं।
📎 संलग्न: सातों कंपनियों की सूची व विवरण तालिका