
पाकिस्तान फौज के प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने एक बार फिर दो देशों वाली थ्योरी दोहराई है। मुनीर ने कहा है कि पाकिस्तान कलमे की बुनियाद पर बना है। मुनीर ने हिन्दुओं के खिला भी जहर उगला है। उसका यह बयान वायरल हो रहा है।
आसिम मुनीर ने यह बयान पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आयोजित ओवरसीज पाकिस्तानी कार्यक्रम सम्मेलन में बुधवार (16 अप्रैल, 2025) को दिया है। जनरल आसिम मुनीर ने इस दौरान कहा कि हम हिंदुओं से हर मायने में अलग हैं, चाहे वो धर्म हो या मकसद हो।
"..We different from Hindus in every possible aspect of life. Our religion is different, our customs are different…that was the foundation of 2 nation theory…"Pakistani Army Chief Munir speaking in the year 2025 https://t.co/zTClidf6Sn pic.twitter.com/u8cJ39EqT1— Sidhant Sibal (@sidhant) April 16, 2025
‘भारत-पाकिस्तान की संस्कृति, धर्म और सोच अलग’
अपने विवादास्पद भाषण में मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान और भारत दो अलग-अलग राष्ट्र हैं, जिनकी संस्कृति, धर्म और सोच में कोई समानता नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान को ‘कलमे की बुनियाद पर बनी दूसरी रियासत’ बताया। उन्होंने पाकिस्तानियों से विभाजन की कहानी आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने की बात कही।
कश्मीर को बताया पाकिस्तान की नस
जनरल आसिम मुनीर ने कार्यक्रम में कश्मीर को पाकिस्तान के ‘गले की नस’ की बताया और दावा किया कि कश्मीर को पाकिस्तान से कोई अलग नहीं कर सकता। इसके अलावा गाजा पट्टी को पाकिस्तानियों का दिल बताया।
बलूचिस्तान में बीएलए के हमलों को लेकर कहा, “आतंकवादियों की दस पीढ़ियाँ भी बलूचिस्तान या पाकिस्तान को नहीं बदल सकतीं…अगर भारतीय सेना के 13 लाख सैनिक हमें हिला नहीं पाए, तो ये आतंकवादी हमारे इरादों को कैसे तोड़ सकते हैं?”
आने वाली पीढ़ी जान सके कि पाकिस्तान उनके लिए क्या
अपने भाषण में मुनीर ने कहा, “मेरे भाई-बहन, बेटे-बेटियों! कृपया पाकिस्तान की कहानी को कभी भूलना मत। इसे अपनी अगली पीढ़ी को बताएँ, जिससे वह पाकिस्तान के साथ अपने जुड़ाव को महसूस करें। यह कभी कमजोर न हो, चाहें यह तीसरी पीढ़ी हो, चौथी पीढ़ी हो या फिर पाँचवीं पीढ़ी। और आने वाली पीढ़ी जान सके कि पाकिस्तान उनके लिए क्या है।”
प्रवासी पाकिस्तानियों को संबोधित करते हुए जनरल मुनीर एक फौजी प्रमुख नहीं बल्कि किसी मौलाना की तरह नजर आए। उनके भाषण में इस्लाम, कलमा, मक्का-मदीना जैसे शब्दों की भरमार रही। बता दें कि, जनरल मुनीर के इसी शब्दावली के कारण उसको पाकिस्तान में ‘मुल्ला जनरल’ के तौर पर जाना जाता है।
इस सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत पाकिस्तान के सभी बड़े नेता मौजूद थे।