
कुशीनगर में पुलिस प्रशासन की लापरवाही: गुंडों का तांडव, पीड़ितों को नहीं मिला न्याय
कुशीनगर: जिले में कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। मंगलवार दोपहर मथौली बाजार के वार्ड 15, स्वामी विवेकानंद नगर में खुलेआम गुंडागर्दी देखने को मिली, जब करीब 50 युवकों ने एक कार सवार युवक पर हमला किया, उसकी गाड़ी तोड़ी और 2 हजार रुपए लूट लिए। हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने आरोपियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, बल्कि तहरीर बदलवाने का दबाव बनाया।
गुंडों का राज, प्रशासन मौन
मंगलवार सुबह दो पक्षों में विवाद हुआ, जिसमें प्रेमलता यादव का हाथ टूट गया और एक युवक घायल हो गया। लेकिन असली गुंडागर्दी तब देखने को मिली जब पीड़ित पक्ष थाने से लौट रहा था। पहले से घात लगाए 50 युवकों ने रास्ते में घेरकर कार सवार अंजितेश यादव पर हमला बोल दिया। किसी तरह जान बचाकर वह भागे, लेकिन गम्भीरपुर चौराहे पर फिर से बाइक सवार गुंडों ने उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया।
पुलिस बनी मूकदर्शक
पीड़ित युवक ने किसी तरह राजेश सिंह के मकान में शरण ली, लेकिन हमलावरों ने XUV 300 (UP57 BN 3790) को बुरी तरह तोड़फोड़ दिया और 2 हजार रुपए भी लूट लिए। सूचना पर डायल 112 मौके पर पहुंची, लेकिन पुलिस की निष्क्रियता का आलम यह रहा कि न तो कोई ठोस कार्रवाई हुई और न ही हमलावरों को गिरफ्तार किया गया।
थाने में भी अन्याय
थाने में जब पीड़ित पक्ष तहरीर देने पहुंचा तो सिपाही अजय यादव ने आरोपियों की संख्या कम करने और अज्ञात नाम जोड़ने को कहा। वहीं, थानाध्यक्ष धनवीर सिंह ने जानलेवा हमले की धारा हटाने और लूट की घटना को तहरीर से निकालने का दबाव बनाया। आखिरकार, जब पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला, तो उन्होंने आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।