
विब्रान्त हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद जच्चा-बच्चा की मौत, तथाकथिक डॉक्टर गिरफ्तार
साजिद अंसारी/लोकायुक्त न्यूज
ब्यूरो,कुशीनगर। जनपद के खड्डा नगर स्थित विब्रान्त हॉस्पिटल में शुक्रवार रात हुई जच्चा-बच्चा की मौत ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। यह कथित हॉस्पिटल न तो पंजीकृत था, न ही वहां योग्य डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ मौजूद था। मृतका 25 वर्षीय आसमा खातून, थाना हनुमानगंज के रामपुर जंगल गांव की रहने वाली थी। परिजनों के अनुसार, प्रसव पीड़ा के चलते वह रात में विब्रान्त हॉस्पिटल लाई गई थी। वहां के संचालक सैयद मोहम्मद सलमान, जो स्वयं को डॉक्टर बताता था, ने ऑपरेशन कर मां-बच्चा दोनों को स्वस्थ बताकर उन्हें आश्वस्त किया। कुछ ही देर बाद महिला की हालत बिगड़ने लगी। डॉक्टर ने पहले तो रक्त की कमी का बहाना बनाकर पैसों की मांग की और फिर मरीज को गोरखपुर रेफर करने की बात कहता रहा, लेकिन कोई ठोस इलाज नहीं किया गया।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने महिला को गाड़ी में डालकर कई घंटे तक इधर-उधर घुमाया और इलाज की व्यवस्था करने के बजाय झूठे दिलासे देता रहा। जब परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई, तो उन्होंने विरोध किया और तत्काल पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना खड्डा पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी सैयद मोहम्मद सलमान, निवासी बकडीहा थाना अहिरौली बाजार, जनपद कुशीनगर को गिरफ्तार कर लिया। मृतका के पति सिकन्दर अंसारी की तहरीर पर थाना खड्डा में मु.अ.सं. 192/2025 अंतर्गत धारा 105 बीएनएस व 34 राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम 2019 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, जांच में यह भी सामने आया कि विब्रान्त हॉस्पिटल पूरी तरह अवैध रूप से संचालित हो रहा था,इसका कोई पंजीकरण नहीं था और न ही संचालक सैयद के पास कोई वैध डिग्री या मेडिकल लाइसेंस है।
पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक हर्षवर्धन सिंह, उप निरीक्षक शशांक राय, हेड कांस्टेबल हीरा सिंह व कांस्टेबल इन्द्रभान यादव ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में लिया। उधर, मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी खड्डा मोहम्मद जफर ने बताया कि अस्पताल को सील करने की कार्रवाई की जा रही है और संचालक के खिलाफ विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुशीनगर ने भी जनपद के अन्य सभी निजी अस्पतालों की जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि जहां भी नियमों का उल्लंघन पाया जाएगा, वहां सख्त कार्रवाई होगी।