
झांसी कोर्ट परिसर में वकीलों ने युवती को पीटा, वीडियो वायरल: सुरक्षा पर उठे गंभीर सवाल
लोकायुक्त न्यूज़
बड़ी खबर उत्तर प्रदेश में झाँसी से है जहाँ न्यायालय परिसर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसमें वकीलों ने एक युवती को बेरहमी से पीटा। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। मामले में पुलिस के हस्तक्षेप के बावजूद, वकीलों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। घटना ने न्यायालय परिसर की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
झांसी के बबीना थाना क्षेत्र की निवासी रामा अपनी बहू और नातिन से मिलने कोर्ट परिसर पहुंची थीं। इस दौरान विवाद हुआ और एक वकील ने रामा को सड़क पर पटक दिया।
यह देख एरच की निवासी युवती नेहा, जो अपनी बहन के साथ पेशी के लिए कोर्ट आई थी, ने महिला को बचाने की कोशिश की। लेकिन वकीलों ने उसे भी पीटना शुरू कर दिया। नेहा का ममेरा भाई बचाव के लिए आया तो उसे भी निशाना बनाया गया।
युवती ने मांगी मदद, फिर भी पिटाई जारी : पीड़ित नेहा के मुताबिक, वह जान बचाने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंची और अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई। पुलिस को बुलाया गया, लेकिन वकीलों ने पुलिस के सामने ही हमला जारी रखा। लगभग 20 मिनट तक नेहा अपनी जान बचाने के लिए परिसर में भागती रही। अंततः पुलिस गाड़ी के माध्यम से उसे सुरक्षित ले जाया गया।
नेहा ने उठाए गंभीर सवाल : पुलिस चौकी पहुंचकर नेहा ने लिखित शिकायत दर्ज कराई और मीडिया से अपनी आपबीती साझा की। उसने कहा,”मैं एक महिला को बचाने के लिए आगे आई, लेकिन मुझे ही पीटा गया। न्यायालय परिसर, जो न्याय का प्रतीक है, वहां मेरे साथ अन्याय हुआ। बेटियां आखिर ऐसे कैसे सुरक्षित रहेंगी?”
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। नेहा ने दोषी वकीलों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, महिला वकील ने भी अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया है।
इस घटना ने कोर्ट परिसर में सुरक्षा की कमी को उजागर कर दिया है। जब न्याय दिलाने वाले हाथ ही कानून तोड़ें, तो आम जनता न्याय की उम्मीद किससे करे?
पुलिस और प्रशासन पर इस मामले को लेकर कार्रवाई का दबाव बढ़ रहा है।
झांसी की इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि न्यायालय परिसर में भी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं है। पीड़िता के साथ हुए इस अमानवीय व्यवहार ने न्यायिक व्यवस्था और प्रशासन पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।