कुशीनगर:अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ ग्रामीणों का हल्ला बोल, अडरौना में आमरण अनशन शुरू
लोकायुक्त न्यूज
कुशीनगर। कप्तानगंज तहसील के अडरौना गांव में राशन वितरण की दुकान के कोटेदार के चयन को लेकर ग्रामीणों और अधिकारियों के बीच तनातनी गहरा गई है। कोटे के चयन में धांधली का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने पंचायत भवन पर आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
अधिकारियों का पक्ष
ब्लॉक रामकोला के अधिकारियों ने कहा है कि गांव की कोटेदार दुकान के लिए शासनादेश के अनुसार महिलाओं के समूह में से ही चयन किया जाना है। उनका कहना है कि प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जा रही है, लेकिन ग्रामीण अपनी मनमानी पर अड़े हुए हैं।
प्रधान के रिश्तेदार को फायदा पहुंचाने का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि सत्ता पक्ष के दबाव में प्रधान के रिश्तेदार के समूह को गलत तरीके से वरियता दी जा रही है। उनका यह भी आरोप है कि पिछले चार बैठकों में उनकी राय को दरकिनार कर चयन प्रक्रिया को मनमानी तरीके से निपटाने की कोशिश हो रही है। विजय मद्धेशिया, राजेश यादव, दशरथ और हरिहर जैसे ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारियों ने प्रधान के प्रभाव में आकर बाकी समूहों को नजरअंदाज किया है।
क्या चाहते हैं ग्रामीण?
ग्रामीणों का कहना है कि अगर समूह में से ही कोटेदार का चयन करना है, तो गांव के चारों समूहों के बीच खुला चयन किया जाए। उनका कहना है कि गांव के लोगों को झूठे वादे और प्रलोभन देकर भ्रमित करने का प्रयास किया गया।
प्रशासन पर सवाल
ग्रामीणों ने प्रशासन पर निष्पक्षता बरतने में असफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक अनशन जारी रहेगा।