
कुशीनगर:महात्मा बुद्ध कृषि विश्वविद्यालय एवं जिला जेल के निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न
लोकायुक्त न्यूज
ब्यूरो,कुशीनगर। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज की अध्यक्षता में एवं मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी की उपस्थिति में ईपीसी मोड पर कराए जा रहे भवन निर्माण कार्यों की समीक्षा हेतु तकनीकी प्रकोष्ठ समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। बैठक में महात्मा बुद्ध कृषि विश्वविद्यालय एवं जिला जेल के निर्माण कार्यों की प्रगति की गहन समीक्षा की गई।
महात्मा बुद्ध कृषि विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों की समीक्षा
समीक्षा बैठक के दौरान महात्मा बुद्ध कृषि विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों की अद्यतन स्थिति पर चर्चा की गई। संबंधित अधिकारियों ने जानकारी दी कि अब तक निर्माण कार्य की प्रगति मात्र 3 प्रतिशत हुई है, जबकि इस स्तर पर पायलिंग कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए था। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पायलिंग कार्य के साथ-साथ एकेडमिक ब्लॉक, बाउंड्री वॉल तथा अन्य महत्वपूर्ण संरचनाओं के निर्माण कार्यों की गति बढ़ाई जाए। टीपीटी (टाइम प्रोग्रेस ट्रैकिंग) के माध्यम से निर्माण कार्यों का अवलोकन किया गया, जिसमें पुराने एवं नए कार्यों के फोटोग्राफ्स सहित समस्त विवरण दर्ज करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि कार्यों में तेजी लाने के लिए समुचित योजना बनाई जाए, ताकि निर्माण समयसीमा के भीतर पूरा किया जा सके।
जिला जेल निर्माण कार्य की समीक्षा
बैठक के दौरान जिला जेल के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई, जिसमें संबंधित अधिकारियों ने बताया कि अब तक 31 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए था, लेकिन केवल 20 प्रतिशत ही कार्य हो पाया है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने मेल बैरक कैपेसिटी ब्लॉक, मल्टी-पर्पस हॉल, कम्युनिटी सेंटर, बाउंड्री वॉल आदि के निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए नियमित निरीक्षण किया जाए और आवश्यकतानुसार सुधारात्मक कदम उठाए जाएं।
निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयसीमा को लेकर निर्देश
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्माण सामग्रियों की जांच प्रक्रिया की भी समीक्षा की। अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि अब तक किसी भी सैंपल के फेल होने की सूचना नहीं मिली है। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी संरचनात्मक कार्य जून माह से पूर्व पूर्ण कर लिए जाएं, अन्यथा मानसून के कारण कार्यों में बाधा उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने बजट की उपलब्धता और उसके सापेक्ष व्यय का भी आकलन किया। इसके साथ ही निर्माण कार्यों में तेजी लाने हेतु आवश्यक मैनपावर बढ़ाने के निर्देश दिए गए। बैठक में कार्यदाई संस्थाओं के सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे, जिन्होंने निर्माण कार्यों की स्थिति एवं चुनौतियों पर अपने विचार रखे। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे कार्यों की प्रगति की नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करें और समयबद्ध तरीके से निर्माण कार्यों को पूर्ण करें।