
कुशीनगर: टॉफी में जहर देकर चार बच्चों की हत्यारों को हुई आजीवन कारावास व आर्थिक दण्ड
तीन साल बाद आया फैसला,आजीवन कारावास और 25-25 हजार रुपये का जुर्माना
लोकायुक्त न्यूज
कुशीनगर। जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना में अदालत ने तीन अभियुक्तों को आजीवन कारावास और 25-25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। यह घटना 23 मार्च 2022 को हुई थी, जब अभियुक्तों ने रंजिश के कारण टॉफी में जहर मिलाकर रसगुल्ला के आंगन में फेंक दिया था। रसगुल्ला के चारों बच्चों ने टॉफी समझकर खा लिया, जिससे उनकी तुरंत मौत हो गई। इस घटना में मृत बच्चों में रसगुल्ला की 5 वर्षीय बेटी मंजना, तीन वर्षीय स्वीटी और दो वर्षीय बेटा समर शामिल हैं। बलेसर का 5 वर्षीय इकलौते बेटे अरुण की भी टॉफी खाने से मौत हुई है। ग्रामीणों के मुताबिक टॉफी के रैपर पर बैठने वाली मक्खियों की भी मौत हो जा रही थी। एक टॉफी सुरक्षित रखी गई थी। जिला शासकीय अधिवक्ता जीपी यादव के प्रयास से लगभग तीन वर्ष से कम समय में दोषियों को सजा मिली है। पीड़ित परिवार ने इस फैसले से खुशी जाहिर की है और जिला जज एवं डीजीसी जीपी यादव को धन्यवाद दिया है।
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला तीन वर्ष पूर्व कसया थाना क्षेत्र के कुड़वा उर्फ दिलीपनगर के लठउर टोला की मुखिया देवी सुबह घर के दरवाजे पर झाडू लगा रही थीं। इसी दौरान उन्हें एक पॉलिथिन में पांच टॉफी और नौ रुपये मिले। उन्होंने उसमें से तीन टॉफी अपने नातियों और एक टाफी पड़ोसी के बच्चे को दे दी। चारों बच्चे टॉफी खाने के बाद खेलने के लिए कुछ दूर ही आगे बढ़े थे कि बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े। मासूम बच्चों को तड़पता देख ग्रामीणों ने एंबुलेंस को फोन किया। लेकिन जब काफी देर तक एंबुलेंस नहीं आई तो एक-एक बच्चों को बाइक पर बिठाकर जिला अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने चारों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। मृत बच्चों में रसगुल की 5 वर्षीय बेटी मंजना, तीन वर्षीय स्वीटी और दो वर्षीय बेटा समर शामिल है। बलेसर का 5 वर्षीय इकलौते बेटे अरुण की भी टॉफी खाने से मौत हुई थी। बुधवार की सुबह-सुबह चार बच्चों की मौत से गांव में कोहराम मच गया। उस समय टॉफी के रैपर पर बैठने वाली मक्खियों की भी मौत हो जा रही थी।
पुलिसिया कारवाई
पुलिस ने टॉफी में जहर मिलाकर 4 मासूम बच्चों को मौत की नींद सुलाने वाले 3 दरिंदों को गिरफ्तार कर लिया था। इस सनसनीखेज वारदात को पुरानी रंजिश में मासूम के पड़ोस में रहने वाले तीन लोगों ने ही अंजाम दिया था। मृतक मासूम बच्चों के पड़ोस में रहने वाले प्रेम प्रसाद, बाला और चबास ने टॉफी में खतरनाक जहर मिलाकर घर के बाहर फेंक दिया था।