
कुशीनगर:बोर्ड परीक्षा में गाइडलाइन की अनदेखी,डीआईओएस की मनमानी उजागर, जिम्मेदार मौन
लोकायुक्त न्यूज
कुशीनगर: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित बोर्ड परीक्षाओं की शुचिता बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों और परीक्षा गाइडलाइन के बावजूद कुशीनगर जिले में शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों की मनमानी सामने आई है। बोर्ड परीक्षा के पहले दिन ही जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) श्रवण कुमार गुप्त द्वारा परीक्षा नियमों की धज्जियां उड़ाने का मामला प्रकाश में आया है।
डीआईओएस की मनमानी पर भारी पड़ा नियम
सूत्रों की मानें तो बोर्ड परीक्षा के दौरान कुशीनगर जिले के खड्डा स्थित किलानी देवी इंटरमीडिएट कॉलेज में इंटरमीडिएट हिंदी (कोड 301) और सामान्य हिंदी (कोड 302) की उत्तर पुस्तिकाओं को परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक की लापरवाही के कारण एक ही बंडल में बांधकर पडरौना स्थित उदित नारायण इंटरमीडिएट कॉलेज के संकलन केंद्र पर जमा कर दिया गया। जब यह गलती केंद्र व्यवस्थापक को महसूस हुई, तो उन्होंने संकलन केंद्र प्रभारी के माध्यम से डीआईओएस को सूचित किया।
सूत्रों के अनुसार, सूचना मिलने पर डीआईओएस श्रवण कुमार गुप्त अपने कार्यालय के दो लिपिक और एक सहायक के साथ संकलन केंद्र पहुंचे और नियमों को दरकिनार कर जमा किए गए बंडल को खुलवाकर दोनों विषयों की उत्तर पुस्तिकाओं को अलग-अलग बंडलों में रखवाया। यह पूरी प्रक्रिया वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है, जिससे डीआईओएस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
नियमों के विरुद्ध डीआईओएस की कार्रवाई
शिक्षा विशेषज्ञों की मानें तो बोर्ड परीक्षा में इस तरह की स्थिति उत्पन्न होने पर डीआईओएस को सबसे पहले जिलाधिकारी और सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद, गोरखपुर को पूरे मामले से अवगत कराना चाहिए था। इसके बाद जिलाधिकारी की अनुमति से मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में एक टीम गठित कर संकलन केंद्र पर जमा किए गए बंडल को खोलने की प्रक्रिया पूरी की जानी चाहिए थी।
लेकिन, डीआईओएस ने इन आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया। उन्होंने बिना जिलाधिकारी की अनुमति के बंडल खुलवाकर नियमों की अवहेलना की, जो उनकी मनमानी कार्यशैली का स्पष्ट प्रमाण है।
सीसीटीवी फुटेज से होगा खुलासा
सूत्रों के अनुसार, 24 फरवरी 2025 को शाम 6 बजे से रात 8 बजे के बीच संकलन केंद्र में हुई इस पूरी प्रक्रिया की रिकॉर्डिंग सीसीटीवी कैमरों में सुरक्षित है। यदि इन फुटेज की जांच की जाती है, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि डीआईओएस ने नियमों का उल्लंघन किया है या नहीं।
कुशीनगर डीआईओएस की इस बोर्ड परीक्षा में कई कारनामें उजागर हुए, जिसमें पहले तो खूब लीपापोती और बचाव में साहब लगे रहे लेकिन लगातार मीडिया खबरों के प्रकाशन के बाद जिम्मेदारों ने जब इनकी जांच शुरू की तब जाकर मामले उजागर हुए जैसे कुछ मामले इस प्रकार भी हैं।
अशोक विद्यापीठ इंटर कॉलेज में रिजर्व पेपर से परीक्षा
1 मार्च 2025 को फाजिलनगर के नकटहा मिश्र स्थित अशोक विद्यापीठ इंटर कॉलेज में हाई स्कूल गणित की परीक्षा के दौरान मूल प्रश्न पत्र की जगह रिजर्व पेपर वितरित किए गए। यह लापरवाही प्रदेश में अपनी तरह की पहली घटना थी, जिसने शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा दिया। इस मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक ने केंद्र व्यवस्थापक कश्यप कुमार को निलंबित कर जांच समिति का गठन किया है।
जनता इंटर कॉलेज में उत्तर पुस्तिकाएं गायब
6 मार्च 2025 को सोहसा मठिया स्थित जनता इंटर कॉलेज में हाई स्कूल अंग्रेजी विषय की लगभग 300 उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षा के बाद गायब हो गईं। केंद्र व्यवस्थापक कपिलदेव प्रसाद ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं का बंडल संकलन केंद्र ले जाते समय रास्ते में कहीं गिर गया। काफी खोजबीन के बाद भी बंडल नहीं मिला। इस मामले में केंद्र व्यवस्थापक और संकलन केंद्र प्रभारी उमेश उपाध्याय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
जिम्मेदारों के बयान
जब इस संबंध में डीआईओएस श्रवण कुमार गुप्त से संपर्क कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई, तो उन्होंने इस मामले को नकारते हुए इसे उनकी छवि खराब करने की साजिश बताया। उन्होंने कहा, “कुछ अराजक तत्व मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। आपने बता दिया, मैं देखता हूं।”
वहीं, संकलन केंद्र प्रभारी और उदित नारायण इंटरमीडिएट कॉलेज के प्रधानाचार्य अरविंद सिंह से जब इस मामले पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कहा कि बंडल को नहीं खोला गया है और दोनों उत्तर पुस्तिकाओं को एक ही बंडल में जमा कर दिया गया है। जब उनसे पूछा गया कि इससे मूल्यांकन में समस्या नहीं होगी, तो उन्होंने कहा कि हिंदी (301) कोड पर ही बंडल जमा किया गया है और हिंदी सामान्य (302) कोड पर शून्य दिखा दिया जाएगा। मूल्यांकन केंद्र पर दोनों उत्तर पुस्तिकाओं की जांच हो जाएगी।