
कुशीनगर:शादी से 20 दिन पहले दूल्हा गायब,13 दिन बाद भी नहीं लगा कोई सुराग
परिजन अनहोनी की आशंका से परेशान, पुलिस कई एंगल से कर रही जांच
लोकायुक्त न्यूज
कुशीनगर: रामकोला थाना क्षेत्र के पकड़ी बांगर गांव में शादी की खुशियों की जगह अब गहरी चिंता और आंसुओं ने ले ली है। 7 फरवरी को विवाह बंधन में बंधने जा रहे अनुराग श्रीवास्तव 19 जनवरी की शाम से लापता हैं। उनकी तलाश में दो थानों की पुलिस और स्वाट टीम लगी हुई है, लेकिन 12 दिनों बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। परिजन इसे अपहरण की आशंका से जोड़ रहे हैं, जबकि पुलिस इसे प्रेम-प्रसंग या खुद से चले जाने की संभावना मान रही है।
कैसे अचानक लापता हुए प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल?
नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के एक निजी विद्यालय में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत अनुराग 19 जनवरी को शाम 5 बजे घर से निकले थे। वह शादी के कार्ड का सैंपल लेकर आए थे और उसे छपवाने जाने की बात कहकर घर से निकले। उसी दिन शाम 7 बजे उन्होंने अपने छोटे भाई को फोन किया और बताया कि उनका फोन चार्ज नहीं है और बाइक खराब हो गई है, इसलिए उसे लेने आ जाए। जब छोटा भाई रौनक अपने दोस्त सुजीत के साथ वहां पहुंचा तो उसे अनुराग नहीं मिले, केवल उनकी बाइक खड़ी मिली। उसके बाद से अनुराग का कोई पता नहीं चला।
परिजनों की चिंता और अनहोनी की आशंका
अनुराग के पिता राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि 8 जनवरी को उनकी तनख्वाह आई थी, जिसे उन्होंने 10 जनवरी को घर की रंगाई-पुताई के लिए दिया था। 20 जनवरी को वह शादी के कपड़े खरीदने दिल्ली जाने वाले थे।
परिजनों का कहना है कि अनुराग घर की हर जिम्मेदारी निभाते थे। उनके अचानक गायब हो जाने से परिवार में हड़कंप मच गया है। बड़े भाई अभिलाष श्रीवास्तव ने कहा, “पुलिस केवल यह मान रही है कि अनुराग शादी से बचने के लिए गए हैं, लेकिन क्या यह भी संभव नहीं कि उनके साथ कोई अनहोनी हो गई हो?”
परिवार के अन्य सदस्य इसे सुनियोजित अपहरण मान रहे हैं। अनुराग के चाचा संतोष श्रीवास्तव का कहना है, “बाइक जिस स्थान पर मिली, वहां अनुराग का कोई काम नहीं था। उन्होंने स्कूल से छुट्टी ली हुई थी, फिर वह वहां क्यों गए?”
पुलिस की जांच और अब तक की प्रगति
नेबुआ नौरंगिया थानाध्यक्ष आनंद गुप्ता के अनुसार, अनुराग शांत स्वभाव के व्यक्ति थे। जांच में पता चला कि उन्होंने हाल ही में कई लोगों से दूरी बना ली थी। उनके मोबाइल फोन और सोशल मीडिया अकाउंट बंद हैं। पुलिस प्रेम-प्रसंग और शादी से बचने के एंगल पर भी काम कर रही है।
अब तक अनसुलझे सवाल
- अनुराग आखिरी बार कहां देखे गए?
- क्या अनुराग किसी परेशानी में थे?
- अगर उन्होंने खुद से जाने की योजना बनाई, तो बिना बताए क्यों गए?
- परिजनों की अपहरण की आशंका कितनी सही है?
- क्या पुलिस सही दिशा में जांच कर रही है?
परिजनों की गुहार, प्रशासन पर उठ रहे सवाल
अनुराग की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरा परिवार पुलिस प्रशासन से अनुराग को जल्द से जल्द खोजने की गुहार लगा रहा है।
लेकिन सवाल यह है कि पुलिस अब तक किसी ठोस नतीजे पर क्यों नहीं पहुंची? क्या अनुराग की तलाश में कोई चूक हो रही है, या यह मामला वास्तव में उतना ही उलझा हुआ है जितना दिख रहा है? अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गुमशुदगी की गुत्थी को कब तक सुलझा पाता है।