
कुशीनगर आबकारी अधिकारी पर अवैध शराब वसूली के लगे आरोप
होली के अवसर पर अधिकारियों और पत्रकारों के नाम पर शराब की जमकर वसूली
लोकायुक्त न्यूज
ब्यूरो, कुशीनगर। होली के त्योहार से पहले, जिला आबकारी अधिकारी सुरेश चंद्र चौधरी पर जनपद के अधिकारियों और पत्रकारों के नाम पर शराब अनुज्ञापियों से अवैध रूप से शराब वसूलने का गंभीर आरोप लगा है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वसूली गई शराब अधिकारियों और पत्रकारों में वितरित की गई या नहीं, लेकिन इस मुद्दे को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रत्येक अनुज्ञापी से दो से तीन गत्ते शराब वसूलने के बदले उन्हें 31 मार्च तक अवैध कमाई करने की छूट देने की बात कही गई।
शराब दुकानों का विवरण
कुशीनगर जनपद में कुल 350 से अधिक शराब की दुकानें संचालित हैं, जिनमें:
- 240 देशी शराब की दुकानें
- 125 अंग्रेजी और बीयर की दुकानें
- 6 मॉडल शॉप्स शामिल हैं।
नई शराब नीति के तहत ये सभी दुकानें ई-लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से 31 मार्च 2025 तक वैध हैं।
होली के नाम पर वसूली का खेल
सूत्रों के अनुसार, 10 मार्च से आबकारी विभाग के निर्देश पर जिले के सभी शराब अनुज्ञापियों से अधिकारियों और पत्रकारों को होली उपहार देने के नाम पर शराब की अवैध वसूली कराई गई।
पडरौना नगर के आधा दर्जन और कसया के पांच शराब दुकानदारों ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि विभाग ने जबरन दो से तीन गत्ते शराब वसूल की। कई अनुज्ञापियों को दुकान का आवंटन नहीं हुआ, फिर भी उन्हें शराब देने के लिए मजबूर किया गया। विभाग की ओर से स्पष्ट संकेत दिया गया कि यदि वे इस मांग को पूरा करते हैं, तो उन्हें 31 मार्च तक दुकान संचालन में कोई दिक्कत नहीं होगी।
अवैध कमाई और ओवर रेटिंग का खेल
जनपद में लंबे समय से ओवर रेटिंग का खेल चल रहा है, जिसमें शराब अनुज्ञापियों से जबरन अधिक पैसे वसूले जाते हैं।
- निर्धारित समय से पहले दुकानें खोलने और देर तक संचालन की छूट दी जाती है।
- ओवर रेटिंग से अतिरिक्त अवैध वसूली होती है, जिसका एक हिस्सा आबकारी विभाग तक पहुंचता है।
जिला आबकारी अधिकारी का बयान
इस मामले में जब जिला आबकारी अधिकारी सुभाष चंद्र चौधरी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “यह सभी आरोप निराधार हैं। जनपद में शांति पूर्ण तरीके से होली मनाई गई और किसी प्रकार की अवैध वसूली नहीं हुई।”