कुशीनगर:पडरौना नगर पालिका में करोड़ों का घोटाला बेनकाब, बीजेपी विधायक ने खोली पोल,जांच शुरू
लोकायुक्त न्यूज
कुशीनगर: जिले के पडरौना नगर पालिका परिषद में भारी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने नगर पालिका में करोड़ों रुपये की वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने 110 लाख के सीवरेज निर्माण और 1172 लाख रुपये की मुख्यमंत्री सृजन योजना के धन के दुरुपयोग की शिकायत की है।
विधायक का आरोप: नगर पालिका में करोड़ों की हेराफेरी
विधायक मनीष जायसवाल ने नगर पालिका के अधिकारियों, ठेकेदारों और कर्मचारियों पर मिलीभगत कर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ईओ (कार्यपालक अधिकारी), जेई (कनिष्ठ अभियंता) और ठेकेदारों की मिलीभगत से सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया और मानक विहीन कार्य कराए गए। विधायक ने अपने पत्र में स्पष्ट किया कि जिस उद्देश्य से मुख्यमंत्री सृजन योजना के तहत धनराशि आवंटित की गई थी, वह जनता के हित में उपयोग नहीं हो रही है। सीवरेज निर्माण कार्य भी निम्न गुणवत्ता का है, जिससे बरसात में जलभराव की समस्या बनी रहती है और जनता को कोई राहत नहीं मिलती।
सांसद विजय दुबे ने भी किया समर्थन
कुशीनगर से सांसद विजय दुबे ने भी विधायक के आरोपों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भ्रष्टाचार के मामलों में पारदर्शिता लाने और दोषियों को दंडित करने की बात कही।
स्थानीय लोगों की नाराजगी
नगर पालिका परिषद में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर स्थानीय नागरिकों में आक्रोश है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि वर्षों से नगर पालिका में घोटाले होते रहे हैं, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। बरसात के समय सड़कें जलमग्न हो जाती हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जब भी कोई निर्माण कार्य होता है, उसमें अनियमितताए देखने को मिलती हैं, जिससे जनता को कोई लाभ नहीं मिल पाता। कुछ लोगों ने नाम न बताने के शर्त पर भी कहा कि इनके ऊपर कई बार आरोप लगते हैं लेकिन अपनी पकड़ के चलते कोई ठोस कार्यवाही नहीं होती है जिसे इनका मनोबल बढ़ते जाता है, हर बार की तरह इस बार भी जांच के नाम पर बस लिपापोती ही होगी??? अब सवाल ये उठता है कि अगर आम जनता में मन में पहले से ही बातें बैठी हैं तो क्या जांच अधिकारी निष्पक्ष जांच कर उन्हें भरोसा दिला पाते हैं कि मुख्यमंत्री जी द्वारा चलाई जा रही है भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान यहां भी लागू होता है या स्थानीय लोगों की चर्चाएं सही साबित होती है। अब ये जांच रिपोर्ट आने के बाद साफ हो जायेगा।
डीएम ने गठित की त्रिस्तरीय जांच समिति
भ्रष्टाचार के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी (डीएम) कुशीनगर ने मामले की जांच के लिए त्रिस्तरीय कमेटी गठित की है। इस कमेटी में शामिल हैं:
1. एसडीएम (उप-जिलाधिकारी) पडरौना
2. अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग
3. सहायक अभियंता, लोक निर्माण विभाग
डीएम ने एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। साथ ही, इस जांच की वीडियो ग्राफ़ी कराने का भी आदेश दिया गया है, ताकि कोई अनियमितता न हो और निष्पक्ष जांच हो सके।