Welcome to Lokayukt News   Click to listen highlighted text! Welcome to Lokayukt News
Latest Story
blankखरदर माता स्थान का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक पी.एन. पाठक ने किया 1.53 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यासblankअनामिका के बदलते बयान: कानून से खिलवाड़ या दबाव की साज़िश?blankपडरौना उपकेंद्र से कल पांच घंटे रहेगी बिजली आपूर्ति बाधितblankकुशीनगर में 26 सितंबर को लगेगा एक दिवसीय रोजगार मेलाblank950 कैप्सूल नशीली दवा के साथ युवक गिरफ्तार, बाइक भी जब्तblankकल सुबह 9 बजे से 3 बजे तक दुदही क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति रहेगी बन्दblankबेहतर विद्युत आपूर्ति के लिए गोडरिया फीडर पर छटाई अभियान शुरूblankप्रेमी संग मिलकर पत्नी ने पति की हत्या, 24 घंटे में पुलिस ने किया खुलासाblankराष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 140251 वादों का हुआ निस्तारणblankसपा नेता जावेद इकबाल ने लगाई चौपाल, किसानों के मुद्दों पर सरकार को घेरा
राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के दौरान बार बालाओं के अश्लील नृत्य पर नोटों की होती रही बारिश राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के दौरान बार बालाओं के अश्लील नृत्य पर नोटों की होती रही बारिश लोकायुक्त न्यूज़ उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में आयोजित राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के दौरान बार बालाओं के अश्लील नृत्य और उन पर नोटों की बारिश का मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बार बालाएं फिल्मी गानों पर नृत्य करती नजर आ रही हैं, और दर्शक उन पर नोट उड़ा रहे हैं। https://youtu.be/WTRSSy6tzig नुमाइश गाइडलाइंस के अनुसार, ऐसे अश्लील नृत्य और नोट उड़ाना कानूनन अपराध है। इस घटना ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि प्रदर्शनी के लिए प्रशासन से अनुमति ली जाती है। नुमाइश कमेटी के सदस्य विष्णु उर्फ बंटी ने इस घटना को चिंताजनक बताया है और उच्चाधिकारियों से बात करने की बात कही है। गौरतलब है कि अलीगढ़ नुमाइश की शुरुआत 1880 में अश्व प्रदर्शनी के रूप में हुई थी, जिसे अब राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के नाम से जाना जाता है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य कृषि, उद्योग और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है, लेकिन हाल की घटनाओं ने इसकी गरिमा पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। प्रशासन को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।   Click to listen highlighted text! राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के दौरान बार बालाओं के अश्लील नृत्य पर नोटों की होती रही बारिश राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के दौरान बार बालाओं के अश्लील नृत्य पर नोटों की होती रही बारिश लोकायुक्त न्यूज़ उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में आयोजित राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के दौरान बार बालाओं के अश्लील नृत्य और उन पर नोटों की बारिश का मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बार बालाएं फिल्मी गानों पर नृत्य करती नजर आ रही हैं, और दर्शक उन पर नोट उड़ा रहे हैं। https://youtu.be/WTRSSy6tzig नुमाइश गाइडलाइंस के अनुसार, ऐसे अश्लील नृत्य और नोट उड़ाना कानूनन अपराध है। इस घटना ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि प्रदर्शनी के लिए प्रशासन से अनुमति ली जाती है। नुमाइश कमेटी के सदस्य विष्णु उर्फ बंटी ने इस घटना को चिंताजनक बताया है और उच्चाधिकारियों से बात करने की बात कही है। गौरतलब है कि अलीगढ़ नुमाइश की शुरुआत 1880 में अश्व प्रदर्शनी के रूप में हुई थी, जिसे अब राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के नाम से जाना जाता है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य कृषि, उद्योग और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है, लेकिन हाल की घटनाओं ने इसकी गरिमा पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। प्रशासन को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।

राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के दौरान बार बालाओं के अश्लील नृत्य पर नोटों की होती रही बारिश

राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के दौरान बार बालाओं के अश्लील नृत्य पर नोटों की होती रही बारिश

लोकायुक्त न्यूज़
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में आयोजित राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के दौरान बार बालाओं के अश्लील नृत्य और उन पर नोटों की बारिश का मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बार बालाएं फिल्मी गानों पर नृत्य करती नजर आ रही हैं, और दर्शक उन पर नोट उड़ा रहे हैं।

नुमाइश गाइडलाइंस के अनुसार, ऐसे अश्लील नृत्य और नोट उड़ाना कानूनन अपराध है। इस घटना ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि प्रदर्शनी के लिए प्रशासन से अनुमति ली जाती है। नुमाइश कमेटी के सदस्य विष्णु उर्फ बंटी ने इस घटना को चिंताजनक बताया है और उच्चाधिकारियों से बात करने की बात कही है।

गौरतलब है कि अलीगढ़ नुमाइश की शुरुआत 1880 में अश्व प्रदर्शनी के रूप में हुई थी, जिसे अब राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के नाम से जाना जाता है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य कृषि, उद्योग और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है, लेकिन हाल की घटनाओं ने इसकी गरिमा पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।

प्रशासन को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।

  • Related Posts

    खरदर माता स्थान का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक पी.एन. पाठक ने किया 1.53 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास

    खरदर माता स्थान का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक पी.एन. पाठक ने किया 1.53 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास लोकायुक्त न्यूज कसया, कुशीनगर। शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन कसया नगर पालिका परिषद…

    अनामिका के बदलते बयान: कानून से खिलवाड़ या दबाव की साज़िश?

    अनामिका के बदलते बयान: कानून से खिलवाड़ या दबाव की साज़िश? पहले अभियुक्त बनाया, फिर आरोप को दिया झूठा करार, अब कोर्ट मे सच बोलने की कही बात लोकायुक्त न्यूज…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    error: Content is protected !!
    Click to listen highlighted text!