
इसरो वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों ने किया रॉकेट लॉन्चिंग का सफल प्रक्षेपण
रकबा जंगली पट्टी में दो दिवसीय प्रतियोगिता का हुआ आयोजन, 1.12 किलोमीटर ऊपर गया रॉकेट
लोकायुक्त न्यूज
कुशीनगर। सेवरही विकासखंड के ग्राम रकबा जंगली पट्टी में शनिवार को इसरो (ISRO), इन-स्पेस (IN-SPACe) और एनएसआईएल (NSIL) के संयुक्त दिशा-निर्देश में आयोजित दो दिवसीय ‘इन-स्पेस मॉडल रॉकेट्री / कैनसैट इंडिया छात्र प्रतियोगिता 2024-25’ का शुभारंभ हुआ। इस आयोजन में देशभर के छात्र-छात्राओं द्वारा डिज़ाइन किए गए कैन साइज उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाना एवं प्रतिभाओं को आगे लाना रहा। रॉकेट लॉन्चिंग के दौरान 1.12 किलोमीटर की ऊंचाई तक रॉकेट पहुंचा और फिर सुरक्षित पैराशूट तकनीक के माध्यम से खेत में उतरा। इस ऐतिहासिक प्रक्षेपण को देखने सैकड़ों लोग उपस्थित रहे और इसरो के वैज्ञानिकों का गर्मजोशी से अभिनंदन किया।
इसरो वैज्ञानिक अभिषेक सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतियोगिता एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (ASI) द्वारा इन-स्पेस, इसरो और अन्य संघों के सहयोग से आयोजित की जा रही है। थ्रस्ट टेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को लॉन्चिंग एजेंसी के रूप में चुना गया है। रॉकेट लगभग 15 किलो का था, जिसमें 2.26 किलो ईंधन का उपयोग किया गया। प्रक्षेपण के 2.6 सेकंड में ईंधन जलने के बाद रॉकेट ने उड़ान भरी और निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार पैराशूट एक्टिव होकर सतह पर लौट आया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश अंतरिक्ष क्षेत्र में युवाओं को जोड़ने की दिशा में अद्भुत कार्य कर रहा है।”
जिलाधिकारी कुशीनगर महेंद्र सिंह ने भी आयोजन की सफलता पर टीम को बधाई दी और बताया कि आगामी अक्टूबर-नवंबर में एक और प्रतियोगिता प्रस्तावित है, जिसके लिए जिला साइंस क्लब द्वारा एमओयू साइन किया गया है।
निदेशक डॉ. विनोद कुमार ने कहा कि “यह प्रतियोगिता युवाओं को स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने के लिए प्रेरित करेगी।”
मुख्य अतिथि एवं उपस्थित गणमान्य लोगों में एडीएम वैभव मिश्रा, सीडीओ गुंजन द्विवेदी, एसडीएम तमकुहीराज ऋषभ पुंडीर, सीओ राकेश प्रताप सिंह, भाजपा नेता विजय राय, जिला उपाध्यक्ष रमेश सिंह, चेयरमैन प्रतिनिधि त्रिभुवन जायसवाल सहित इसरो, इन-स्पेस, थ्रस्टेक इंडिया और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
ग्रामीण अंचल में आयोजित इस अद्वितीय कार्यक्रम ने न केवल विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को अंतरिक्ष क्षेत्र में अपना मार्ग बनाने की प्रेरणा भी दी।