
गांजे की खुलेआम बिक्री से चल रहा है अवैध नशे का कारोबार,प्रशासन कर रही अनदेखी
लोकायुक्त न्यूज़
उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले के जलालपुर क्षेत्र के पराऊगंज इलाके में अवैध नशे का कारोबार प्रशासन और कानून-व्यवस्था की अनदेखी का स्पष्ट उदाहरण बन चुका है। पराऊगंज पुलिस चौकी से महज 200 मीटर की दूरी पर गांजे का खुलेआम कारोबार चल रहा है, जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं। खासकर स्कूली छात्र और युवा वर्ग इसके शिकार हो रहे हैं, जिससे उनकी शिक्षा और भविष्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है।
स्थानीय स्थिति : यह क्षेत्र स्थानीय युवाओं और स्कूली छात्रों के लिए एक प्रमुख समस्या बन गया है। नशे के कारण न केवल उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है, बल्कि अपराध की संभावना भी बढ़ रही है। गांजे की बिक्री खुलेआम होने से यह सवाल उठता है कि पुलिस चौकी के नजदीक यह कारोबार कैसे संचालित हो रहा है और क्या स्थानीय प्रशासन इस पर ध्यान देने में असमर्थ है।
स्थानीय निवासियों की चिंता : स्थानीय लोगों ने कई बार इसकी शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। लोगों का कहना है कि अगर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो अगली पीढ़ी गंभीर संकट में फंस सकती है। कुछ अभिभावकों ने बताया कि उनके बच्चों की गतिविधियां बदल रही हैं, और उन्हें नशे के दुष्प्रभाव झेलने पड़ रहे हैं।
प्रशासन की लापरवाही : यह घटना प्रशासन और पुलिस की लापरवाही को उजागर करती है। पुलिस चौकी से इतनी नजदीकी पर इस तरह का गैरकानूनी कार्य होना गंभीर सवाल खड़े करता है। यह स्थिति यह दिखाती है कि या तो स्थानीय प्रशासन इस मामले से अनजान है या फिर जानबूझकर इसे नजरअंदाज कर रहा है।
समाज और प्रशासन के लिए जरूरी कदम
सख्त पुलिस कार्रवाई : अवैध नशे के कारोबार पर तत्काल रोक लगाने के लिए पुलिस को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
जागरूकता अभियान : युवाओं और छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए स्कूल और समुदाय स्तर पर अभियान चलाया जाना चाहिए।
स्थानीय निगरानी : स्थानीय नागरिकों की सहभागिता से एक निगरानी समिति बनाई जानी चाहिए जो इस समस्या को खत्म करने में मदद करे।
पुनर्वास केंद्र : नशे के शिकार युवाओं और बच्चों के लिए पुनर्वास केंद्र स्थापित किए जाने चाहिए।
यह समस्या न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि समाज के भविष्य पर भी सवाल खड़ा करती है। प्रशासन को तत्काल इस मामले में गंभीरता दिखाने की आवश्यकता है।