Welcome to Lokayukt News   Click to listen highlighted text! Welcome to Lokayukt News
Latest Story
blankगाज़ियाबाद के नए पुलिस कमिश्नर एक्शन मोड पर, थाना प्रभारियों को चेतावनी और बड़ा सन्देशblankयोगी सरकार और पुलिस की छवि को घूमिल कर रही हनुमानगंज की पुलिसblankबुद्धा हॉस्पिटल का फर्जीवाड़ा उजागर,ऑपरेशन कांड की जांच को सीएमओ ने बनाई टीमblankजिस वक्फ कानून के विरोध में इस्लामी कट्टरपंथी कर रहे हिंसा, उसका दाऊदी बोहरा समुदाय ने किया समर्थन: PM मोदी से मुलाकात कर कहा- शुक्रिया, इससे मुस्लिमों को होगा फायदाblankपुलिस कमिश्नर का बड़ा एक्शन, पूरी पुलिस चौकी लाइन हाजिरblankनेता, SP, यूट्यूबर… पंजाब में सबके घर पर करवाता था ग्रेनेड अटैक, अब अमेरिका में पकड़ा गया हैप्पी पासिया: ISI की शह पर खड़ा कर रहा था आतंक का नेटवर्क, बब्बर खालसा से लिंकblankयमुना की सफाई का रोडमैप तैयार, 3 चरणों में होगा पूरा: PM मोदी ने की हाई लेवल मीटिंग, ‘मास्टर प्लान’ की जिम्मेदारी जल शक्ति मंत्रालय कोblankरेलवे सुरक्षा बल की सजगता : फरक्का एक्सप्रेस से 27 कछुए बरामद, सिलचर में मिले 450 जिंदा मेंढकblankउस हीरो के चेहरे से उठ गया नकाब, जिसने ड्रग्स लेकर फिल्म सेट पर हीरोइन से की थी छेड़छाड़: छापा पड़ा तो होटल की तीसरी मंजिल से भाग निकलाblank4 औरतों से 14 बच्चे पैदा कर चुके हैं एलन मस्क, अब खड़ी करना चाहते हैं ‘बच्चों की फौज’: रिपोर्ट, जापानी महिला को भेजा अपना स्पर्म
नया या पुराना… अब कौन सा टैक्स स्लैब है बेहतर, ₹12 लाख तक की कमाई के आयकर मुक्त होने का क्या है मतलब; ₹13 लाख पर कितना देना होगा इनकम टैक्स: जानिए सब कुछ एक साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025-26 में मिडल क्लास को राहत देते हुए इनकम टैक्स की नई दरों की घोषणा की है। बजट में ऐलान किया गया है कि अब ₹12 लाख तक की सालाना कमाई पर कोई भी इनकम टैक्स नहीं लगेगा। सैलरी पाने वाले लोगों को ₹12.75 लाख की कमाई तक कोई टैक्स नहीं देना होगा। केंद्र सरकार ने टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव किए हैं। अब ₹4 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वहीं ₹4 लाख-₹8 लाख तक की कमाई पर 5%, ₹8 लाख-₹12 लाख तक 10% और ₹12 लाख-₹16 लाख तक 15% और ₹16 लाख-20 लाख तक 20% और ₹20 लाख से ₹24 लाख की कमाई पर 25% टैक्स लगेगा। Zero Income Tax till ₹12 Lakh Income under New Tax Regime👉 Slabs and rates being changed across the board to benefit all tax-payers👉 New structure to substantially reduce taxes of middle class and leave more money in their hands, boosting household consumption, savings and… pic.twitter.com/KfQy4a6PGd— Ministry of Finance (@FinMinIndia) February 1, 2025 सबसे ज्यादा टैक्स ₹30 लाख से अधिक कमाई पर लगेगा। यह टैक्स स्लैब 30% का होगा। अब प्रश्न उठे हैं कि अगर अब ₹12 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना तो फिर इस कमाई के नीचे ही क्यों दो टैक्स स्लैब बनाए गए हैं। क्योंकि ₹4 लाख से ₹8 लाख पर 5% और ₹8 लाख से ₹12 पर 10% का टैक्स लगाया गया है। दरअसल, यह टैक्स स्लैब इसलिए बनाए जाते हैं ताकि इनके आधार पर टैक्स का कैलकुलेशन किया जा सके। क्योंकि जब किसी की कमाई ₹12 लाख से ज्यादा होगी तो इस पर सीधे-सीधे टैक्स नहीं लगाया जाएगा बल्कि इसको अलग-अलग स्लैब में बाँटा जाएगा। उदाहरण के लिए, यदि किसी की कमाई अगर ₹13 लाख है तो उसे इस पूरी कमाई पर ₹12 लाख से ₹16 लाख वाले 15% के स्लैब के अनुसार टैक्स नहीं लगेगा। यानी इस कमाई पर ₹1.95 लाख का टैक्स नहीं लिया जाएगा। इस कमाई पर सारे टैक्स स्लैब में बाँट कर टैक्स लगाया जाएगा। इसके लिए सबसे पहले इसमें से ₹75 हजार घटाए जाएँगे। इन्हें स्टैण्डर्ड डिडक्शन कहते हैं। तब यह कमाई ₹12.25 लाख बनेगी। अब इसको स्लैब में बाँट कर अलग अलग दरों से सरकार टैक्स जोड़ेगी। इस ₹12.25 लाख में से ₹4 लाख तक 0% टैक्स लगेगा। इसके बाद अगले ₹4 लाख से ₹8 लाख पर 5% टैक्स लगेगा, यानी इस पर ₹20 हजार का टैक्स लगाया जाएगा। अगले बचे हुए ₹4 लाख पर 10% टैक्स लगेगा। यानी यह ₹40 हजार होगा। इसके बाद जो ₹25 हजार बचेंगे उन पर 15% वाले स्लैब के हिसाब से टैक्स लगेगा। यह ₹3750 होगा। इस प्रकार कुल टैक्स ₹63750 हजार होगा। इसमें कुछ सेस वगैरह भी जोड़े जाते हैं। इसमें भी अलग-अलग तरह की छूट मिलती है। सरकार यह स्लैब इसलिए बनाती है ताकि टैक्स देने वालों को फायदा हो। यदि वह कमाई पर सीधे-सीधे टैक्स लेने लगे तो यह ज्यादा हो जाएगा जबकि स्लैब के हिसाब से लेने पर यह अलग-अलग हिस्सों में बंट जाता है। यही टैक्स पुराने स्लैब के हिसाब से कहीं अधिक होता। अभी तक लागू टैक्स स्लैब में भी पहले ₹75 हजार घटाए जाते। इसके बाद इस कमाई में सबसे पहले ₹0-3 लाख वाली दरें लगाई जाती। चूंकि यह शून्य है, ऐसे में यह टैक्स फ्री होता है। इसके बाद ₹3 लाख-₹7 लाख वाला टैक्स लैब लगाया जाएगा। यह टैक्स 5% था। ऐसे में इस पर ₹20 हजार टैक्स लगता। अगला स्लैब इस कमाई पर ₹7 लाख से ₹10 लाख वाला होता। इस पर 10% टैक्स लगता। यानी यहाँ ₹30 हजार का टैक्स लगाया जाता। इसके बाद इस कमाई में बचे रुपयों पर ₹10 लाख से ₹12 लाख वाला स्लैब लगाया जाएगा। यहाँ 15% टैक्स लगता है। इसमें भी ₹30 हजार का टैक्स लगता। इसके बाद बचते ₹25 हजार, जिन पर ₹20% की दर लगती, जो ₹12 लाख से ₹15 लाख की कमाई के बीच लगता। यह ₹5 हजार होता। इस प्रकार इन सबको जोड़ा जाए तो यह ₹85 हजार होता। यानी अब ₹13 लाख कमाने वाले को कमसे कम ₹22 हजार की बचत होगी।   Click to listen highlighted text! नया या पुराना… अब कौन सा टैक्स स्लैब है बेहतर, ₹12 लाख तक की कमाई के आयकर मुक्त होने का क्या है मतलब; ₹13 लाख पर कितना देना होगा इनकम टैक्स: जानिए सब कुछ एक साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025-26 में मिडल क्लास को राहत देते हुए इनकम टैक्स की नई दरों की घोषणा की है। बजट में ऐलान किया गया है कि अब ₹12 लाख तक की सालाना कमाई पर कोई भी इनकम टैक्स नहीं लगेगा। सैलरी पाने वाले लोगों को ₹12.75 लाख की कमाई तक कोई टैक्स नहीं देना होगा। केंद्र सरकार ने टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव किए हैं। अब ₹4 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वहीं ₹4 लाख-₹8 लाख तक की कमाई पर 5%, ₹8 लाख-₹12 लाख तक 10% और ₹12 लाख-₹16 लाख तक 15% और ₹16 लाख-20 लाख तक 20% और ₹20 लाख से ₹24 लाख की कमाई पर 25% टैक्स लगेगा। Zero Income Tax till ₹12 Lakh Income under New Tax Regime👉 Slabs and rates being changed across the board to benefit all tax-payers👉 New structure to substantially reduce taxes of middle class and leave more money in their hands, boosting household consumption, savings and… pic.twitter.com/KfQy4a6PGd— Ministry of Finance (@FinMinIndia) February 1, 2025 सबसे ज्यादा टैक्स ₹30 लाख से अधिक कमाई पर लगेगा। यह टैक्स स्लैब 30% का होगा। अब प्रश्न उठे हैं कि अगर अब ₹12 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना तो फिर इस कमाई के नीचे ही क्यों दो टैक्स स्लैब बनाए गए हैं। क्योंकि ₹4 लाख से ₹8 लाख पर 5% और ₹8 लाख से ₹12 पर 10% का टैक्स लगाया गया है। दरअसल, यह टैक्स स्लैब इसलिए बनाए जाते हैं ताकि इनके आधार पर टैक्स का कैलकुलेशन किया जा सके। क्योंकि जब किसी की कमाई ₹12 लाख से ज्यादा होगी तो इस पर सीधे-सीधे टैक्स नहीं लगाया जाएगा बल्कि इसको अलग-अलग स्लैब में बाँटा जाएगा। उदाहरण के लिए, यदि किसी की कमाई अगर ₹13 लाख है तो उसे इस पूरी कमाई पर ₹12 लाख से ₹16 लाख वाले 15% के स्लैब के अनुसार टैक्स नहीं लगेगा। यानी इस कमाई पर ₹1.95 लाख का टैक्स नहीं लिया जाएगा। इस कमाई पर सारे टैक्स स्लैब में बाँट कर टैक्स लगाया जाएगा। इसके लिए सबसे पहले इसमें से ₹75 हजार घटाए जाएँगे। इन्हें स्टैण्डर्ड डिडक्शन कहते हैं। तब यह कमाई ₹12.25 लाख बनेगी। अब इसको स्लैब में बाँट कर अलग अलग दरों से सरकार टैक्स जोड़ेगी। इस ₹12.25 लाख में से ₹4 लाख तक 0% टैक्स लगेगा। इसके बाद अगले ₹4 लाख से ₹8 लाख पर 5% टैक्स लगेगा, यानी इस पर ₹20 हजार का टैक्स लगाया जाएगा। अगले बचे हुए ₹4 लाख पर 10% टैक्स लगेगा। यानी यह ₹40 हजार होगा। इसके बाद जो ₹25 हजार बचेंगे उन पर 15% वाले स्लैब के हिसाब से टैक्स लगेगा। यह ₹3750 होगा। इस प्रकार कुल टैक्स ₹63750 हजार होगा। इसमें कुछ सेस वगैरह भी जोड़े जाते हैं। इसमें भी अलग-अलग तरह की छूट मिलती है। सरकार यह स्लैब इसलिए बनाती है ताकि टैक्स देने वालों को फायदा हो। यदि वह कमाई पर सीधे-सीधे टैक्स लेने लगे तो यह ज्यादा हो जाएगा जबकि स्लैब के हिसाब से लेने पर यह अलग-अलग हिस्सों में बंट जाता है। यही टैक्स पुराने स्लैब के हिसाब से कहीं अधिक होता। अभी तक लागू टैक्स स्लैब में भी पहले ₹75 हजार घटाए जाते। इसके बाद इस कमाई में सबसे पहले ₹0-3 लाख वाली दरें लगाई जाती। चूंकि यह शून्य है, ऐसे में यह टैक्स फ्री होता है। इसके बाद ₹3 लाख-₹7 लाख वाला टैक्स लैब लगाया जाएगा। यह टैक्स 5% था। ऐसे में इस पर ₹20 हजार टैक्स लगता। अगला स्लैब इस कमाई पर ₹7 लाख से ₹10 लाख वाला होता। इस पर 10% टैक्स लगता। यानी यहाँ ₹30 हजार का टैक्स लगाया जाता। इसके बाद इस कमाई में बचे रुपयों पर ₹10 लाख से ₹12 लाख वाला स्लैब लगाया जाएगा। यहाँ 15% टैक्स लगता है। इसमें भी ₹30 हजार का टैक्स लगता। इसके बाद बचते ₹25 हजार, जिन पर ₹20% की दर लगती, जो ₹12 लाख से ₹15 लाख की कमाई के बीच लगता। यह ₹5 हजार होता। इस प्रकार इन सबको जोड़ा जाए तो यह ₹85 हजार होता। यानी अब ₹13 लाख कमाने वाले को कमसे कम ₹22 हजार की बचत होगी।

नया या पुराना… अब कौन सा टैक्स स्लैब है बेहतर, ₹12 लाख तक की कमाई के आयकर मुक्त होने का क्या है मतलब; ₹13 लाख पर कितना देना होगा इनकम टैक्स: जानिए सब कुछ एक साथ

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025-26 में मिडल क्लास को राहत देते हुए इनकम टैक्स की नई दरों की घोषणा की है। बजट में ऐलान किया गया है कि अब ₹12 लाख तक की सालाना कमाई पर कोई भी इनकम टैक्स नहीं लगेगा। सैलरी पाने वाले लोगों को ₹12.75 लाख की कमाई तक कोई टैक्स नहीं देना होगा।

केंद्र सरकार ने टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव किए हैं। अब ₹4 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वहीं ₹4 लाख-₹8 लाख तक की कमाई पर 5%, ₹8 लाख-₹12 लाख तक 10% और ₹12 लाख-₹16 लाख तक 15% और ₹16 लाख-20 लाख तक 20% और ₹20 लाख से ₹24 लाख की कमाई पर 25% टैक्स लगेगा।

Zero Income Tax till ₹12 Lakh Income under New Tax Regime👉 Slabs and rates being changed across the board to benefit all tax-payers👉 New structure to substantially reduce taxes of middle class and leave more money in their hands, boosting household consumption, savings and… pic.twitter.com/KfQy4a6PGd— Ministry of Finance (@FinMinIndia) February 1, 2025

सबसे ज्यादा टैक्स ₹30 लाख से अधिक कमाई पर लगेगा। यह टैक्स स्लैब 30% का होगा। अब प्रश्न उठे हैं कि अगर अब ₹12 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना तो फिर इस कमाई के नीचे ही क्यों दो टैक्स स्लैब बनाए गए हैं। क्योंकि ₹4 लाख से ₹8 लाख पर 5% और ₹8 लाख से ₹12 पर 10% का टैक्स लगाया गया है।

दरअसल, यह टैक्स स्लैब इसलिए बनाए जाते हैं ताकि इनके आधार पर टैक्स का कैलकुलेशन किया जा सके। क्योंकि जब किसी की कमाई ₹12 लाख से ज्यादा होगी तो इस पर सीधे-सीधे टैक्स नहीं लगाया जाएगा बल्कि इसको अलग-अलग स्लैब में बाँटा जाएगा।

उदाहरण के लिए, यदि किसी की कमाई अगर ₹13 लाख है तो उसे इस पूरी कमाई पर ₹12 लाख से ₹16 लाख वाले 15% के स्लैब के अनुसार टैक्स नहीं लगेगा। यानी इस कमाई पर ₹1.95 लाख का टैक्स नहीं लिया जाएगा।

इस कमाई पर सारे टैक्स स्लैब में बाँट कर टैक्स लगाया जाएगा। इसके लिए सबसे पहले इसमें से ₹75 हजार घटाए जाएँगे। इन्हें स्टैण्डर्ड डिडक्शन कहते हैं। तब यह कमाई ₹12.25 लाख बनेगी। अब इसको स्लैब में बाँट कर अलग अलग दरों से सरकार टैक्स जोड़ेगी।

इस ₹12.25 लाख में से ₹4 लाख तक 0% टैक्स लगेगा। इसके बाद अगले ₹4 लाख से ₹8 लाख पर 5% टैक्स लगेगा, यानी इस पर ₹20 हजार का टैक्स लगाया जाएगा। अगले बचे हुए ₹4 लाख पर 10% टैक्स लगेगा। यानी यह ₹40 हजार होगा। इसके बाद जो ₹25 हजार बचेंगे उन पर 15% वाले स्लैब के हिसाब से टैक्स लगेगा। यह ₹3750 होगा।

इस प्रकार कुल टैक्स ₹63750 हजार होगा। इसमें कुछ सेस वगैरह भी जोड़े जाते हैं। इसमें भी अलग-अलग तरह की छूट मिलती है। सरकार यह स्लैब इसलिए बनाती है ताकि टैक्स देने वालों को फायदा हो। यदि वह कमाई पर सीधे-सीधे टैक्स लेने लगे तो यह ज्यादा हो जाएगा जबकि स्लैब के हिसाब से लेने पर यह अलग-अलग हिस्सों में बंट जाता है।

यही टैक्स पुराने स्लैब के हिसाब से कहीं अधिक होता। अभी तक लागू टैक्स स्लैब में भी पहले ₹75 हजार घटाए जाते। इसके बाद इस कमाई में सबसे पहले ₹0-3 लाख वाली दरें लगाई जाती। चूंकि यह शून्य है, ऐसे में यह टैक्स फ्री होता है। इसके बाद ₹3 लाख-₹7 लाख वाला टैक्स लैब लगाया जाएगा। यह टैक्स 5% था। ऐसे में इस पर ₹20 हजार टैक्स लगता।

अगला स्लैब इस कमाई पर ₹7 लाख से ₹10 लाख वाला होता। इस पर 10% टैक्स लगता। यानी यहाँ ₹30 हजार का टैक्स लगाया जाता। इसके बाद इस कमाई में बचे रुपयों पर ₹10 लाख से ₹12 लाख वाला स्लैब लगाया जाएगा। यहाँ 15% टैक्स लगता है।

इसमें भी ₹30 हजार का टैक्स लगता। इसके बाद बचते ₹25 हजार, जिन पर ₹20% की दर लगती, जो ₹12 लाख से ₹15 लाख की कमाई के बीच लगता। यह ₹5 हजार होता। इस प्रकार इन सबको जोड़ा जाए तो यह ₹85 हजार होता। यानी अब ₹13 लाख कमाने वाले को कमसे कम ₹22 हजार की बचत होगी।

  • blank

    Related Posts

    जिस वक्फ कानून के विरोध में इस्लामी कट्टरपंथी कर रहे हिंसा, उसका दाऊदी बोहरा समुदाय ने किया समर्थन: PM मोदी से मुलाकात कर कहा- शुक्रिया, इससे मुस्लिमों को होगा फायदा

    गुरुवार (17 अप्रैल 2025) को दाऊदी बोहरा समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें 2025 के नए वक्फ (संशोधन) कानून के लिए धन्यवाद दिया।…

    नेता, SP, यूट्यूबर… पंजाब में सबके घर पर करवाता था ग्रेनेड अटैक, अब अमेरिका में पकड़ा गया हैप्पी पासिया: ISI की शह पर खड़ा कर रहा था आतंक का नेटवर्क, बब्बर खालसा से लिंक

    चंडीगढ़ ग्रेनेड हमला समेत 14 आतंकी हमलों का मास्टर माइंड हैप्पी पासिया उर्फ हरप्रीत सिंह को अमेरिका में हिरासत में लिया गया है। हैप्पी पासिया पर 5 लाख का इनाम…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    error: Content is protected !!
    Click to listen highlighted text!