
संत शिरोमणि रविदास जयंती के दौरान शोभायात्रा में कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने का किया प्रयास, विवाद में आया नया मोड़
लोकायुक्त न्यूज़
उत्तर प्रदेश में महोबा जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र के भंडरा गांव में संत शिरोमणि रविदास जयंती के दौरान शोभायात्रा के समापन के समय हुए विवाद के मामले में नया मोड़ सामने आया है।
संत शिरोमणि रविदास जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा के समापन के दौरान दो पक्षों के बीच विवाद हुआ। हालांकि, स्थानीय प्रशासन और कार्यक्रम संयोजक ने विवाद को जल्द शांत कर दिया, खबर है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया था जो अपने मकसद में नाकाम रहे।
क्या हुआ?
शोभायात्रा के समापन के समय किसी बात को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
पीड़ित पक्ष की तहरीर के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारियां हुईं।
घायल हुए लोगों को मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल भेजा गया।
कुछ निजी चैनलों ने इस घटना को गलत आरोप लगाकर पत्थरबाजी की घटना बताकर दुष्प्रचार करने का प्रयास किया।
कार्यक्रम संयोजक मुन्ना लाल अहिरवार और उपजिलाधिकारी जीतेन्द्र कुमार ने इन खबरों का खंडन किया है।
कार्यक्रम संयोजक का बयान -:
“शोभायात्रा में किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न नहीं हुआ। पत्थरबाजी की खबरें निराधार हैं। पुलिस ने विवाद के तुरंत बाद आवश्यक कार्रवाई की और स्थिति पूरी तरह सामान्य है।”
उपजिलाधिकारी जीतेन्द्र कुमार का बयान -: शोभायात्रा के दौरान दो पक्षों में विवाद हुआ था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और गांव में स्थिति अब पूरी तरह शांतिपूर्ण है। पत्थरबाजी की खबरें भ्रामक हैं और इनका कोई आधार नहीं है।
महोबा के भंडरा गांव में शोभायात्रा के दौरान हुए विवाद को प्रशासन ने तुरंत नियंत्रित किया। पत्थरबाजी की खबरें अफवाह मात्र हैं। वर्तमान में गांव में स्थिति सामान्य है, और प्रशासन द्वारा आवश्यक कार्रवाई जारी है।