
कुशीनगर के तहसीलों में लागू हुआ ड्रेस कोड,अब जींस-टीशर्ट में नहीं मिलेगा प्रवेश
राजस्व परिषद के कर्मचारियों को पहननी होगी सफेद शर्ट, नीली पैंट और ब्लेजर
शिवाकांत पाण्डेय/लोकायुक्त न्यूज
कुशीनगर। जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने जिले में तैनात राजस्व परिषद के कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है। अब कोई भी कर्मचारी जींस-टीशर्ट या रंग-बिरंगी पोशाक में दफ्तर नहीं आ सकेगा। डीएम ने यह व्यवस्था तहसील समाधान दिवस के अवसर पर तहसील कसया से लागू करते हुए सभी तहसीलों में फॉर्मल ड्रेस में उपस्थित रहने का आदेश दिया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि अब लेखपाल, अमीन, राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार और तहसीलदार सहित सभी राजस्व कर्मियों को सफेद शर्ट, नीली पैंट व ब्लेजर पहनना अनिवार्य होगा। साथ ही शर्ट या ब्लेजर पर राजस्व परिषद का प्रतीक चिह्न भी लगाना होगा ताकि उनकी पहचान स्पष्ट हो सके।डीएम ने कहा कि ड्रेस कोड का उद्देश्य कर्मचारियों को अनुशासित, संगठित और पेशेवर छवि देना है। इससे सरकारी कार्यालयों का माहौल भी अधिक व्यवस्थित और सम्मानजनक बनेगा। कर्मचारियों की वेशभूषा एक जैसी होने से लोगों को यह पहचानने में आसानी होगी कि कौन राजस्व परिषद का कर्मचारी है। ड्रेस कोड की व्यवस्था को सफल बनाने के लिए कर्मचारियों को दिए जाने वाले परिधान का भुगतान जिला स्तर पर किया जाएगा। साथ ही सभी कर्मचारियों को अपने पास आईडी कार्ड भी अनिवार्य रूप से रखना होगा। जिलाधिकारी ने इस संबंध में सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में इसका अनुपालन सुनिश्चित कराएं। तहसील कसया में समाधान दिवस पर सभी कर्मचारी निर्धारित ड्रेस में उपस्थित नजर आए, जिससे प्रशासन की मंशा का असर साफ दिखाई दिया।