
बरसात से पहले युद्धस्तर पर हो नालों की सफाई, जिलाधिकारी ने सभी विभागों को दिए कड़े निर्देश
लोकायुक्त न्यूज़
कुशीनगर।जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित अहम बैठक में बाढ़ खंड, सिंचाई, मनरेगा और गन्ना विभाग के अधिकारियों के साथ बरसात से पूर्व जिले के प्रमुख ड्रेनों और नालों की सफाई कार्यों की गहन समीक्षा की गई। बैठक में कार्यों की विभागवार प्रगति रिपोर्ट ली गई और साफ-साफ चेतावनी दी गई कि कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी वृहद और छोटे नालों की समय से सफाई सुनिश्चित की जाए ताकि बरसात में जलजमाव और बाढ़ की स्थिति न उत्पन्न हो। चीनी मिलों को सौंपे गए क्षेत्रों की समीक्षा करते हुए रामकोला, खड्डा और ढाढ़ा मिलों के प्रतिनिधियों से जानकारी ली गई। अधिकारियों ने बताया कि कार्य प्रगति पर है और अगले एक सप्ताह में सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे। बाढ़ खंड एवं सिंचाई विभाग के अभियंताओं ने भी अपनी प्रगति रिपोर्ट पेश की और सभी कार्यों को तय समयसीमा के भीतर पूर्ण करने का भरोसा दिलाया। जिलाधिकारी ने जिला गन्ना अधिकारी को मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपते हुए निर्देश दिए कि अगर कार्यों में किसी प्रकार की बाधा आती है, तो संबंधित एसडीएम के माध्यम से उसका तत्काल निस्तारण सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने एई बाढ़ खंड को निर्देशित किया कि चल रही परियोजनाओं की फोटोग्राफ्स सहित अद्यतन रिपोर्ट 22 जून तक अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराएं। साथ ही, हिरण्यवती नदी, बांसी नदी और अन्य संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैयारियों की स्थिति की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि बाढ़ की तैयारी से जुड़ी आगामी बैठकों में राजस्व विभाग को भी सम्मिलित किया जाए ताकि एकीकृत रणनीति बनाई जा सके। बैठक में डीसी मनरेगा, जिला गन्ना अधिकारी, अधिशासी अभियंता सिंचाई, बाढ़ खंड के एई, चीनी मिलों के प्रतिनिधि और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।