
जिलाधिकारी ने गलत रिपोर्टिंग पर अधिकारियों को दी कड़ी चेतावनी
गोशालाओं में गोवंश की स्थिति से संतुष्ट नहीं दिखे डीएम
हालात सुधारने के दिये सख्त निर्देश,अधिकारी लगातार करेंगे निरीक्षण
लोकायुक्त न्यूज़
मथुरा। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने निराश्रित, बेसहारा गौवंश के भरण पोषण की व्यवस्था के लिए जनपद स्तरीय अनुश्रवण मूल्यांकन समीक्षा समिति की बैठक ली। डीएम को कई गौशालाओं में गौवंश का स्वास्थ्य खराब मिला।
चिकित्सकों द्वारा सही समय से निरीक्षण नहीं किया जा रहा है। जिसपर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कड़े निर्देश दिए कि सभी अपने कार्यों में सुधार लाएं। सभी अधिकारी गौआश्रय स्थलों पर विभिन्न रजिस्टरों, भूसा, गायों की उपस्थिति, चारा, सुपुर्दगी, चिकित्सा पंजिका आदि के अपने अपने निरीक्षण के दौरान चेक करें। श्री सिंह ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि एक सप्ताह में सभी गौशालाओं की जिओ टैगिंग कराना सुनिश्चित करें। मौजूद गौशालाओं में गायों की संख्या का सही आंकड़ा प्रस्तुत किया जाए, गौवंश की संख्य की फॉल्स, गलत रिपोर्टिंग न करें। सभी खंड विकास अधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारी ईयर टैगिंग 100 प्रतिशत कराएं। कोई भी गौवंश सड़क पर न मिले। सड़क पर गौवंश मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
संरक्षित निराश्रित गोवंश की संख्या, अवशेष निराश्रित गोवंश की संख्या, नवीन स्थापित अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल संख्या, वृहद गौ संरक्षण केंद्र की क्रियाशीलता की स्थिति एवं निर्माणाधीन केंद्रों में गोवंश संरक्षण की स्थिति, अस्थाई गोवंश की संख्या के अनुरूप शेड की उपलब्धता, गोवंश की बरसात ऋतु से बचाव के लिए प्रबंध, भूसा व हरे चारे संग केंद्रित आहार की उपलब्धता, संरक्षित गोवंश के स्वास्थ्य की स्थिति यथा स्वस्थ अथवा कमजोर, भरण पोषण हेतु धनराशि की उपलब्धता, गोवंश के भरण पोषण हेतु प्राप्त धनराशि के सापेक्ष जनपद द्वारा प्रेषित उपयोगिता प्रमाण पत्र की स्थिति, गोवंश की देखरेख के लिए केयरटेकर, श्रमिकों की व्यवस्था, संरक्षित गोवंश में ईयर टैगिंग की स्थिति, नर गोवंश के बधियाकरण की स्थिति, जनपद के ऐसे विकासखंड जिसमें सबसे ज्यादा निराश्रित गोवंश हैं, उनमें क्षेत्रीय स्तर पर गोवंश संरक्षण के लिए क्या क्या किया जा रहा है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व योगानंद पांडेय, उपायुक्त उद्योग रामेंद्र कुमार, अपर नगर आयुक्त रामजी, उप कृषि निदेशक राजीव कुमार, डीसी मनरेगा विजय कुमार पाण्डेय, जिला उद्यान अधिकारी मनोज चतुर्वेदी सहित समस्त खंड विकास अधिकारी एवं पशु चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।