
कुशीनगर में हल्दी के दिन दुल्हन हुई गायब, परिजनों को अनहोनी की आशंका
5 सालों तक के प्रेम प्रसंग के बाद दोनों परिजनों की रजामंदी से हो रही थी शादी
लोकायुक्त न्यूज
ब्यूरो,कुशीनगर। जनपद के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र निवासी मुकेश विश्वकर्मा की शादी तय होने के बाद हल्दी से पहले अचानक दुल्हन पुष्पा के गायब होने से दोनों परिवारों में मातम छा गया है। परिजनों ने पुलिस से युवती की तलाश की गुहार लगाई है।
‘जा रही हूं आपकी जिंदगी से, ठीक न। जिंदगीभर मोबाइल बंद करके रखिएगा, अब आपको नहीं मिलूंगी। बहुत तकलीफ झेली है, आपकी वजह से, आप खुश रहिएगा जिंदगी में। तीन घंटे से फोन लगा रही हूं, नहीं लग रहा है। बहुत जी घबराता है। आई लव यू। अगले जन्म में जरूर आऊंगी। आप खुश रहना, SORRY…SORRY‘

अपने होने वाले पति के व्हाट्सएप पर यह मैसेज भेजकर हल्दी के दिन दुल्हन गायब हो गई। मामला कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के गांव लक्ष्मीपुर का है।
जानकारी के अनुसार, मुकेश विश्वकर्मा का प्रेम प्रसंग खड्डा थाना क्षेत्र निवासी पुष्पा से था, जो कि उसके जीजा के घर आने के दौरान शुरू हुआ। पांच वर्षों तक चले इस प्रेम संबंध के बाद दोनों परिवारों की सहमति से आठ महीने पहले शादी तय हुई थी। लेकिन हल्दी रस्म से पहले ही पुष्पा अपने घर से गायब हो गई। उसके गायब होने से पहले उसने अपने होने वाले पति को एक व्हाट्सएप संदेश भेजा, जिसमें लिखा था— ‘अगले जन्म में मिलेंगे।’
मुकेश की मां ने खड्डा थाने में तहरीर देकर होने वाली बहू की सकुशल बरामदगी की मांग की है।
परिवार की आर्थिक स्थिति और शादी की तैयारियां
मुकेश कक्षा बारहवीं तक पढ़ा है और नासिक में फर्नीचर का काम करता था। उसके पिता मजदूर थे, लेकिन तीन-चार साल पहले पैरालाइज हो गए, जिसके बाद से घर की पूरी जिम्मेदारी मुकेश के कंधों पर आ गई। वह अपने दो भाइयों और एक बहन में सबसे बड़ा है। उसकी बहन की शादी पहले ही हो चुकी है।
वहीं, पुष्पा चार बहनों और एक भाई में दूसरे नंबर पर है। उसके पिता बढई का काम करते हैं और परदेश में रहकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। पुष्पा ने 2016 में दसवीं की परीक्षा पास की थी और अपने गांव के चौराहे पर सिलाई-बुनाई सीखकर घर के कामों में सहयोग कर रही थी।
दहेज की बढ़ती मांग तो नहीं बनी परेशानी?
पुष्पा की बहन के अनुसार, पहले दोनों परिवार शादी के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन बाद में राजी हो गए। शादी के लिए ₹1,10,000 तय हुआ था, लेकिन बाद में लड़के वालों ने सोने की अंगूठी और चेन की मांग की, जिससे बात बिगड़ गई और शादी टूट गई थी। बाद में मुकेश के घर आने के बाद फिर से शादी की बात बनी, लेकिन लड़के वालों की मांगें लगातार बढ़ती रहीं।
परिवार ने बताया कि वे साधारण शादी करना चाहते थे, जबकि लड़के वाले धूमधाम से जयमाला और मांसाहारी भोजन की मांग कर रहे थे। पिता ने धीरे-धीरे सभी मांगें माननी शुरू कर दी थीं। हल्दी की एक रात पहले तक पुष्पा सामान्य थी, वह परिवार के साथ खाना खाकर सो गई और अपने होने वाले पति से चैटिंग भी की थी। लेकिन सुबह तक वह घर छोड़कर जा चुकी थी।
गांव के प्रधान ने क्या कहा?
लड़के के गांव के प्रधान से हमारी बात हुई तो उन्होंने बताया कि जिस दिन की यह घटना है, उसी दिन लड़का गांव के ही एक बहुभोज में गया हुआ था और वहां से आने के बाद मुझे हल्दी में शरीक होने का न्योता दिया। लेकिन उसके बाद वह सोने चला गया। अगले दिन जब मैंने उससे पूछा तो उसने बताया कि वह काफी थका हुआ था और मोबाइल बंद कर सो गया। सुबह 4:00 बजे उठा तो देखा कि यह मैसेज आया हुआ है। मैं उसे फोन लगाने लगा, लेकिन रिस्पांस आना बंद हो गया और सारी चीजें सामने आईं।