
61 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी और फर्जीवाड़े का बड़ा मामला,फर्जी खातों के जरिए किये गये लेन-देन
लोकायुक्त न्यूज़
उत्तर प्रदेश में जनपद मेरठ के बहसूमा थाना क्षेत्र में 61 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी और फर्जीवाड़े का एक बड़ा मामला सामने आया है। इस मामले में फर्जी खातों के जरिए भारी लेनदेन किए गए, जिनमें से एक युवक का खाता भी शामिल है।
घटना का विवरण: खाते का फर्जी इस्तेमाल: युवक का आरोप है कि उसका खाता लोन के नाम पर खुलवाया गया था, लेकिन बाद में उसे फर्जीवाड़े के लिए इस्तेमाल किया गया। खाते से 10 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ, जिसके बारे में युवक को कोई जानकारी नहीं थी।
ज्योति कंपनी के नाम पर लेनदेन: मामले में एक फर्जी कंपनी “ज्योति कंपनी” का नाम सामने आया है। इसी कंपनी के नाम पर भारी ट्रांजेक्शन किए गए। जांच में पता चला कि यह कंपनी केवल कागजों पर ही मौजूद है और इसका इस्तेमाल जीएसटी चोरी व फर्जी लेनदेन के लिए किया गया।
ससुर पर गंभीर आरोप: खाते के मालिक युवक ने अपने ससुर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। युवक का कहना है कि उसके ससुर ने उसकी जानकारी के बिना उसके खाते का दुरुपयोग किया।
युवक ने एसएसपी से लगाई गुहार: घटना के बाद युवक ने मेरठ के एसएसपी से शिकायत की और न्याय की मांग की। उसने अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए पुलिस से जांच की अपील की है।
पुलिस की कार्रवाई: पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। फर्जी कंपनी और जीएसटी चोरी के पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए टीम बनाई गई है। बैंक खातों और फर्जी दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है।
जीएसटी विभाग की जांच:
जीएसटी विभाग भी इस मामले में सतर्क हो गया है। 61 करोड़ रुपये की चोरी के इस बड़े घोटाले में शामिल अन्य खातों और लोगों की पहचान की जा रही है।
समाज पर प्रभाव:
यह मामला जीएसटी चोरी और फर्जीवाड़े की एक गंभीर समस्या को उजागर करता है। ऐसे मामलों से न केवल सरकार को राजस्व का नुकसान होता है, बल्कि आम नागरिकों का भी विश्वास टूटता है। आगे की जांच में और भी चौंकाने वाले खुलासे होने की उम्मीद है।