
कुशीनगर में बहुजन नायक कांशीराम की धूमधाम से मनाई गई जयंती
लोकायुक्त न्यूज
कुशीनगर: बहुजन समाज के प्रेरणास्रोत एवं सामाजिक न्याय के प्रबल समर्थक, गरीबों, शोषितों और वंचितों के मसीहा मान्यवर कांशीराम साहब की जयंती के शुभ अवसर पर अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य के निर्देशानुसार एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम कुशीनगर जिले के सुभाष चौक पडरौना स्थित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समीप आयोजित हुआ, जहां मान्यवर कांशीराम साहब की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। इस अवसर पर अपनी जनता पार्टी के सम्मानित कार्यकर्ताओं ने सामाजिक न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कांशीराम साहब के संघर्षों को याद किया।
कार्यक्रम में शामिल गणमान्य व्यक्ति
इस कार्यक्रम का नेतृत्व अपनी जनता पार्टी के कुशीनगर जिला अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद कुशवाहा ने किया। उनके साथ जिलाध्यक्ष युवा मोर्चा जनार्दन कुशवाहा, सज्जन गुप्ता, अफजल अहमद, बेचू खान, सुरेश प्रसाद, संगेश कुशवाहा, दीपू व्याहुत, लक्की खान, महेंद्र कुशवाहा, हीरालाल गौतम, अजय कुशवाहा सहित कई प्रमुख कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कांशीराम साहब के विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प
इस अवसर पर वक्ताओं ने कांशीराम साहब के विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि कांशीराम साहब ने सदैव बहुजन समाज के उत्थान के लिए संघर्ष किया और सामाजिक समानता की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हम सभी को संगठित होकर कार्य करना होगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के संदेश का संचार
कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य का संदेश भी कार्यकर्ताओं को सुनाया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि हमें कांशीराम साहब के सिद्धांतों पर चलते हुए सामाजिक परिवर्तन की अलख जगाए रखनी होगी। यह तभी संभव होगा जब हम सभी संगठित होकर समाज में व्याप्त अन्याय और भेदभाव के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे।
कार्यक्रम का समापन और आभार व्यक्त
कार्यक्रम के समापन पर जिला अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद कुशवाहा ने सभी उपस्थित कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि कांशीराम साहब के सपनों को साकार करने के लिए हमें निरंतर संघर्षरत रहना होगा। यह आयोजन बहुजन समाज के हित में एक प्रेरणादायक पहल साबित हुआ और उपस्थित कार्यकर्ताओं ने इस अवसर को सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में एक और कदम बढ़ाने के रूप में देखा।