
डीयू और जेएनयू के गोल्ड मेडलिस्ट बने कुशीनगर के आदर्श मिश्र
कुशीनगर। जनपद के नेबुआ रायगंज निवासी मृत्युंजय मिश्र के पुत्र आदर्श मिश्र ने अपने उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन से क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उन्हें दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग से पीएचडी की उपाधि प्राप्त हुई है। दिल्ली विश्वविद्यालय के 101वें दीक्षांत समारोह में भारत सरकार के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह की उपस्थिति में डॉ. आदर्श मिश्र को विद्यावाचस्पति की उपाधि प्रदान की गई।
डॉ. आदर्श मिश्र ने प्रारंभिक शिक्षा सिसवा बाज़ार चोखराज विद्यालय से प्राप्त की और बारहवीं कक्षा तक इसी विद्यालय में अध्ययन किया। इसके बाद उन्होंने स्नातक की पढ़ाई देश के प्रतिष्ठित हिंदू कॉलेज से पूरी की, जहा वर्ष 2016 में वे कॉलेज टॉपर रहे। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता बनाए रखते हुए उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से एम.ए. की डिग्री प्राप्त की, जहा वे विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान पर रहे और गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
शोध कार्य के लिए उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय का चयन किया और अपने गहन अध्ययन व अनुसंधान के बल पर पीएचडी की उपाधि अर्जित की। उनकी इस उपलब्धि पर न केवल उनके परिवार में बल्कि पूरे क्षेत्र में हर्ष और उत्साह का माहौल बना हुआ है। उनके नीज़ी आवास पर देर रात तक बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।
डॉ. मिश्र की इस सफलता पर उनके शिक्षकों, मित्रों और शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई दी। स्थानीय नागरिकों और समाजसेवियों ने भी उनकी उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि आदर्श मिश्र ने शिक्षा के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित किया है और वे युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।
डॉ. आदर्श मिश्र ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों और मित्रों को देते हुए कहा कि कड़ी मेहनत, अनुशासन और समर्पण से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने युवाओं से भी शिक्षा को प्राथमिकता देने और अपने लक्ष्यों के प्रति दृढ़ रहने का आह्वान किया।