
कुशीनगर में एक घर बना नागलोक,सर्पमित्र ने नागिन सहित 25 बच्चों को बचाया
ईंट-मिट्टी के नीचे दबे थे नागिन और उसके बच्चे, नर सर्प की हो गई मौत
लोकायुक्त न्यूज
ब्यूरो,कुशीनगर। जनपद के विकास खण्ड कसया के बटेसरा गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब बृहस्पतिवार को शुकुरुल्लाह पुत्र आलमीन के घर में ईंट और मिट्टी हटाते समय अचानक सांपों का झुंड दिखाई दिया। घर में काम के दौरान सहीम ने एक विशाल कोबरा सांप देखा, जिसके बाद उन्होंने तुरंत ग्रामीणों को आवाज दी। प्रधान मोहन लाल गुप्ता के माध्यम से सूचना मिलते ही सर्प मित्र शत्रुध्न यादव मौके पर पहुंचे। मिट्टी हटवाने पर पता चला कि वहां एक बड़ा कोबरा और उसके 24 छोटे बच्चे ईंटों के नीचे दबे हुए थे। सर्प मित्र शत्रुध्न यादव ने सभी सांपों को एक-एक करके सुरक्षित रेस्क्यू किया। हालांकि, ईंट गिरने से एक बड़ा सांप पहले से ही मरा था, लेकिन बाकी सभी सांपों को सुरक्षित बचा लिया गया और उन्हें दूर जंगल किनारे में छोड़ दिया गया।
सर्प मित्र शत्रुध्न यादव ने ग्रामीणों से अपील की कि अगर कहीं सांप दिखे तो उन्हें मारें नहीं, बल्कि तुरंत हमे सूचना दें। उन्होंने बताया कि कोबरा प्रजाति के सांप बेहद जहरीले होते हैं और इनके काटने से 45 मिनट से 1 घंटे में जान भी जा सकती है, इसलिए खुद से पकड़ने की कोशिश न करें। छोटे बच्चों की संख्या ज्यादा थी इसलिए उनको तुरंत पर्यावरण में छोड़ देना चाहिए इसलिए लेकर तुरंत निकला। शत्रुध्न यादव की बहादुरी और जागरूकता से पूरे गांव में राहत की लहर है और लोग उनकी सराहना कर रहे हैं।