
खून से लिखा पत्र उपमुख्यमंत्री को सौंपने से पहले पार्षद को किया गया नजरबंद, अधिकारियों पर लगाया गंभीर आरोप!
लोकायुक्त न्यूज़
उत्तर प्रदेश के उद्योग नगरी गाजियाबाद नगर निगम एक बार फिर विवादों में घिर गया है। वार्ड 95 कैला भट्टा की मौजूदा पार्षद रुकसाना सैफी ने नगर निगम अधिकारियों पर पक्षपात और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को खून से पत्र लिखा। यह पत्र वह शनिवार को घंटाघर रामलीला मैदान में आयोजित महर्षि कश्यप जयंती महाकुंभ कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री को सौंपना चाहती थीं।
पार्षद रुकसाना सैफी का आरोप है कि उन्हें जानबूझकर नजरबंद किया गया ताकि वह उप मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात न रख सकें। उनका कहना है कि नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी उन्हें लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं और उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।
पूर्व पार्षद जाकिर सैफी ने भी रुकसाना सैफी के आरोपों का समर्थन किया और नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
(विजुअल: खून से लिखा गया पत्र)
(बाइट: रुकसाना सैफी, पार्षद वार्ड 95 कैला भट्टा)
(बाइट: जाकिर सैफी, पूर्व पार्षद)