
सावित्रीबाई फुले की पुण्यतिथि पर कुशीनगर में श्रद्धांजलि सभा, शिक्षा और समाज सुधार पर जोर
नौशाद अली/लोकायुक्त न्यूज
कुशीनगर। भारत की पहली महिला शिक्षिका एवं महान समाज सुधारक क्रांतिज्योति माता सावित्रीबाई फुले की पुण्यतिथि पर ग्राम पंचायत अकबरपुर, पोस्ट बालकुडिया, जनपद कुशीनगर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने सावित्रीबाई फुले के योगदान को याद करते हुए उनके संघर्षों से प्रेरणा लेने की अपील की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपनी जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष एवं पूर्व पीआरओ रामेश्वर प्रसाद कुशवाहा ने सावित्रीबाई फुले के जीवन संघर्षों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने अपने पति महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर 1848 में लड़कियों के लिए पहला विद्यालय खोला था। सामाजिक कुरीतियों को तोड़कर महिलाओं और दलितों को शिक्षा का अधिकार दिलाने के उनके प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने प्लेग से पीड़ितों की सेवा करते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया और 10 मार्च 1897 को इसी दिन उनका निधन हुआ।
कार्यक्रम का संयोजन आजाद समाज पार्टी के जिला सचिव सत्यदेव कुशवाहा एवं मनीष कुशवाहा ने किया, जबकि मंच संचालन उमेश कुशवाहा ने किया। इस दौरान अपनी जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष एवं पूर्व प्रतिनिधि दिनेश चौधरी, शिक्षक भास्कर यादव, प्रदीप कुशवाहा, मोहन प्रजापति सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार रखे।
सभा में जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी मुन्ना अंसारी, चंद्रिका यादव, सुदामा कुशवाहा, नवीन गौतम, अमेरिका प्रसाद, बेचू कुशवाहा, अजय कुशवाहा समेत बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक एवं महिलाओं की उपस्थिति रही। सभी ने सावित्रीबाई फुले के आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया और शिक्षा व समाज सुधार के कार्यों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने सावित्रीबाई फुले के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके सामाजिक योगदान को याद करते हुए महिलाओं की शिक्षा और अधिकारों को मजबूत करने का आह्वान किया।