
कुशीनगर:मथौली नगर पंचायत में सफाई कर्मियों की मनमानी से जनता परेशान
गलियों में सफाई न होने से गंदगी का अंबार, नगर पंचायत में सुविधाओं से वंचित वार्ड 15 के लोग
बैलिस्टर तिवारी/लोकायुक्त न्यूज
कुशीनगर: मथौली नगर पंचायत में सफाई व्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। वार्ड नंबर 15 स्वामी विवेकानंद नगर (यादव टोला) में सफाई कर्मियों की लापरवाही और मनमानी के चलते क्षेत्र की सड़कों और गलियों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि सफाई कर्मचारी केवल मुख्य मार्ग की सफाई कर चले जाते हैं, जिससे अंदरूनी गलियों में कूड़ा जमा होता जा रहा है।
कार्यक्रम के बाद फैले कूड़े को उठाने से किया इनकार
सोमवार को वार्ड में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसके बाद बड़ी मात्रा में कूड़ा इकठ्ठा हो गया। स्थानीय निवासियों ने सफाई कर्मचारियों से इसे उठाने का अनुरोध किया, लेकिन कर्मचारियों ने साफ इनकार कर दिया। उनका कहना था कि नगर अध्यक्ष द्वारा निर्देश दिया गया है कि जब तक ग्रामीण कूड़े को बोरे में भरकर नहीं देंगे, तब तक सफाई वाहन कूड़ा नहीं उठाएंगे।
ग्रामीणों का आक्रोश
सफाई कर्मियों के इस रवैये से नाराज ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त किया। कुछ युवाओं ने मजबूर होकर सड़क किनारे पड़े कूड़े को गांव के पश्चिमी क्षेत्र में फेंक दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नगर पंचायत बनने के बाद से ही उनके वार्ड में कोई ठोस सुविधाएं नहीं दी गई हैं। उनका कहना है कि अगर नगर पंचायत वार्ड 15 में जरूरी सुविधाएं देने में असमर्थ है, तो इसे किसी ग्रामीण क्षेत्र में शामिल कर दिया जाए।
“स्वच्छ भारत मिशन” की उड़ाई जा रही धज्जियां
ग्रामीणों ने सरकार की स्वच्छ भारत मिशन योजना पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि केवल कागजी सफाई दिखाकर खानापूर्ति की जा रही है, जबकि ज़मीनी हकीकत यह है कि गंदगी हटाने के लिए भी नगरवासियों को जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
नगर पंचायत ईओ का बयान
जब इस संबंध में नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी (ईओ) सर्वेश श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ सफाई कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। उन्होंने कहा,
“अगर कूड़ा नगर क्षेत्र में है, तो उसे हटाना सफाई कर्मचारियों की जिम्मेदारी है। आपके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर संबंधित कर्मचारियों से पूछताछ की जाएगी और लापरवाही पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।”