Welcome to Lokayukt News   Click to listen highlighted text! Welcome to Lokayukt News
Latest Story
blankखरदर माता स्थान का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक पी.एन. पाठक ने किया 1.53 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यासblankअनामिका के बदलते बयान: कानून से खिलवाड़ या दबाव की साज़िश?blankपडरौना उपकेंद्र से कल पांच घंटे रहेगी बिजली आपूर्ति बाधितblankकुशीनगर में 26 सितंबर को लगेगा एक दिवसीय रोजगार मेलाblank950 कैप्सूल नशीली दवा के साथ युवक गिरफ्तार, बाइक भी जब्तblankकल सुबह 9 बजे से 3 बजे तक दुदही क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति रहेगी बन्दblankबेहतर विद्युत आपूर्ति के लिए गोडरिया फीडर पर छटाई अभियान शुरूblankप्रेमी संग मिलकर पत्नी ने पति की हत्या, 24 घंटे में पुलिस ने किया खुलासाblankराष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 140251 वादों का हुआ निस्तारणblankसपा नेता जावेद इकबाल ने लगाई चौपाल, किसानों के मुद्दों पर सरकार को घेरा
कुशीनगर:डीआईओएस के फर्जी हस्ताक्षर से शिक्षकों की पदोन्नति का मामला गरमाया, जांच के आदेश जारी कुशीनगर:डीआईओएस के फर्जी हस्ताक्षर से शिक्षकों की पदोन्नति का मामला गरमाया, जांच के आदेश जारीblank साजिद अंसारी लोकायुक्त न्यूज ब्यूरो,कुशीनगर। जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) कार्यालय में फर्जी हस्ताक्षर के जरिए शिक्षकों की पदोन्नति कराने का गंभीर मामला सामने आया है। रामकोला के जनता इंटरमीडिएट कॉलेज के दो शिक्षकों की पदोन्नति की पत्रावली डीआईओएस के फर्जी हस्ताक्षर के साथ संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) गोरखपुर को भेजी गई। मामला प्रकाश में आने पर जेडी गोरखपुर ने पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं। क्या है पूरा मामला जनता इंटरमीडिएट कॉलेज रामकोला की ओर से दो शिक्षकों की पदोन्नति की पत्रावली डीआईओएस कार्यालय से जेडी कार्यालय भेजी गई। पत्रावली में सहायक अध्यापक राम अवध कुमार यादव को अंग्रेजी प्रवक्ता पद पर और मुकेश कुमार को इतिहास प्रवक्ता के पद पर पदोन्नति देने का उल्लेख था। हालांकि, जब जेडी गोरखपुर सतीश सिंह ने तत्कालीन डीआईओएस रवींद्र कुमार सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने ऐसी कोई पत्रावली भेजने से इनकार किया। जांच के आदेश और कार्रवाई जेडी गोरखपुर ने 30 दिसंबर को डीआईओएस कुशीनगर को पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही फर्जी हस्ताक्षर से भेजी गई मूल पत्रावलियों को वापस करने का आदेश दिया। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का हस्तक्षेप blank राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य फूलबदन कुशवाहा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य उच्चाधिकारियों से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने डीआईओएस कार्यालय में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े की आशंका जताई और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। डीआईओएस कार्यालय में अनियमितताएं डीआईओएस कार्यालय में शासनादेश के विपरीत लंबे समय तक एक लिपिक को अटैच कर कार्य लिया गया। इस मामले में भी जांच की जरूरत बताई जा रही है। नए डीआईओएस से उम्मीदें तत्कालीन डीआईओएस रवींद्र कुमार सिंह के रिटायर होने के बाद नए डीआईओएस के कार्यभार ग्रहण करने की प्रतीक्षा की जा रही है। कार्यवाहक डीआईओएस डॉ. भूपेंद्र कुमार मिश्रा ने आश्वासन दिया है कि जांच पूरी कर दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। जेडी गोरखपुर का बयान जेडी गोरखपुर सतीश सिंह ने बताया कि फर्जी हस्ताक्षर से पत्रावली भेजने का मामला गंभीर है। नए डीआईओएस के चार्ज लेने के बाद जांच को जल्द पूरा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।   Click to listen highlighted text! कुशीनगर:डीआईओएस के फर्जी हस्ताक्षर से शिक्षकों की पदोन्नति का मामला गरमाया, जांच के आदेश जारी कुशीनगर:डीआईओएस के फर्जी हस्ताक्षर से शिक्षकों की पदोन्नति का मामला गरमाया, जांच के आदेश जारी साजिद अंसारी लोकायुक्त न्यूज ब्यूरो,कुशीनगर। जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) कार्यालय में फर्जी हस्ताक्षर के जरिए शिक्षकों की पदोन्नति कराने का गंभीर मामला सामने आया है। रामकोला के जनता इंटरमीडिएट कॉलेज के दो शिक्षकों की पदोन्नति की पत्रावली डीआईओएस के फर्जी हस्ताक्षर के साथ संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) गोरखपुर को भेजी गई। मामला प्रकाश में आने पर जेडी गोरखपुर ने पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं। क्या है पूरा मामला जनता इंटरमीडिएट कॉलेज रामकोला की ओर से दो शिक्षकों की पदोन्नति की पत्रावली डीआईओएस कार्यालय से जेडी कार्यालय भेजी गई। पत्रावली में सहायक अध्यापक राम अवध कुमार यादव को अंग्रेजी प्रवक्ता पद पर और मुकेश कुमार को इतिहास प्रवक्ता के पद पर पदोन्नति देने का उल्लेख था। हालांकि, जब जेडी गोरखपुर सतीश सिंह ने तत्कालीन डीआईओएस रवींद्र कुमार सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने ऐसी कोई पत्रावली भेजने से इनकार किया। जांच के आदेश और कार्रवाई जेडी गोरखपुर ने 30 दिसंबर को डीआईओएस कुशीनगर को पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही फर्जी हस्ताक्षर से भेजी गई मूल पत्रावलियों को वापस करने का आदेश दिया। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का हस्तक्षेप राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य फूलबदन कुशवाहा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य उच्चाधिकारियों से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने डीआईओएस कार्यालय में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े की आशंका जताई और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। डीआईओएस कार्यालय में अनियमितताएं डीआईओएस कार्यालय में शासनादेश के विपरीत लंबे समय तक एक लिपिक को अटैच कर कार्य लिया गया। इस मामले में भी जांच की जरूरत बताई जा रही है। नए डीआईओएस से उम्मीदें तत्कालीन डीआईओएस रवींद्र कुमार सिंह के रिटायर होने के बाद नए डीआईओएस के कार्यभार ग्रहण करने की प्रतीक्षा की जा रही है। कार्यवाहक डीआईओएस डॉ. भूपेंद्र कुमार मिश्रा ने आश्वासन दिया है कि जांच पूरी कर दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। जेडी गोरखपुर का बयान जेडी गोरखपुर सतीश सिंह ने बताया कि फर्जी हस्ताक्षर से पत्रावली भेजने का मामला गंभीर है। नए डीआईओएस के चार्ज लेने के बाद जांच को जल्द पूरा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

कुशीनगर:डीआईओएस के फर्जी हस्ताक्षर से शिक्षकों की पदोन्नति का मामला गरमाया, जांच के आदेश जारी

कुशीनगर:डीआईओएस के फर्जी हस्ताक्षर से शिक्षकों की पदोन्नति का मामला गरमाया, जांच के आदेश जारीblank

साजिद अंसारी
लोकायुक्त न्यूज

ब्यूरो,कुशीनगर। जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) कार्यालय में फर्जी हस्ताक्षर के जरिए शिक्षकों की पदोन्नति कराने का गंभीर मामला सामने आया है। रामकोला के जनता इंटरमीडिएट कॉलेज के दो शिक्षकों की पदोन्नति की पत्रावली डीआईओएस के फर्जी हस्ताक्षर के साथ संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) गोरखपुर को भेजी गई। मामला प्रकाश में आने पर जेडी गोरखपुर ने पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं।

क्या है पूरा मामला

जनता इंटरमीडिएट कॉलेज रामकोला की ओर से दो शिक्षकों की पदोन्नति की पत्रावली डीआईओएस कार्यालय से जेडी कार्यालय भेजी गई। पत्रावली में सहायक अध्यापक राम अवध कुमार यादव को अंग्रेजी प्रवक्ता पद पर और मुकेश कुमार को इतिहास प्रवक्ता के पद पर पदोन्नति देने का उल्लेख था। हालांकि, जब जेडी गोरखपुर सतीश सिंह ने तत्कालीन डीआईओएस रवींद्र कुमार सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने ऐसी कोई पत्रावली भेजने से इनकार किया।

जांच के आदेश और कार्रवाई

जेडी गोरखपुर ने 30 दिसंबर को डीआईओएस कुशीनगर को पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही फर्जी हस्ताक्षर से भेजी गई मूल पत्रावलियों को वापस करने का आदेश दिया।

राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का हस्तक्षेप

blank

राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य फूलबदन कुशवाहा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य उच्चाधिकारियों से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने डीआईओएस कार्यालय में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े की आशंका जताई और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

डीआईओएस कार्यालय में अनियमितताएं

डीआईओएस कार्यालय में शासनादेश के विपरीत लंबे समय तक एक लिपिक को अटैच कर कार्य लिया गया। इस मामले में भी जांच की जरूरत बताई जा रही है।

नए डीआईओएस से उम्मीदें

तत्कालीन डीआईओएस रवींद्र कुमार सिंह के रिटायर होने के बाद नए डीआईओएस के कार्यभार ग्रहण करने की प्रतीक्षा की जा रही है। कार्यवाहक डीआईओएस डॉ. भूपेंद्र कुमार मिश्रा ने आश्वासन दिया है कि जांच पूरी कर दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

जेडी गोरखपुर का बयान

जेडी गोरखपुर सतीश सिंह ने बताया कि फर्जी हस्ताक्षर से पत्रावली भेजने का मामला गंभीर है। नए डीआईओएस के चार्ज लेने के बाद जांच को जल्द पूरा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

  • Related Posts

    खरदर माता स्थान का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक पी.एन. पाठक ने किया 1.53 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास

    खरदर माता स्थान का होगा सौंदर्यीकरण, विधायक पी.एन. पाठक ने किया 1.53 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास लोकायुक्त न्यूज कसया, कुशीनगर। शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन कसया नगर पालिका परिषद…

    अनामिका के बदलते बयान: कानून से खिलवाड़ या दबाव की साज़िश?

    अनामिका के बदलते बयान: कानून से खिलवाड़ या दबाव की साज़िश? पहले अभियुक्त बनाया, फिर आरोप को दिया झूठा करार, अब कोर्ट मे सच बोलने की कही बात लोकायुक्त न्यूज…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    error: Content is protected !!
    Click to listen highlighted text!