
कुशीनगर में मसाज सेंटरों की आड़ में फल-फूल रहा देह व्यापार का धंधा
पडरौना और बुद्धनगरी में कुकुरमुत्तों की तरह खुल रहे हैं मसाज सेंटर
लोकायुक्त न्यूज़
ब्यूरो,कुशीनगर। रंगीन रोशनी, कमरे में सजा हुआ बिस्तर, सिंगल व डबल बेड, महकता हुआ परफ्यूम और फुल बॉडी मसाज कर आराम का दावा करने वाले मसाज सेंटरों पर बेखौफ चल रहा है देह व्यापार का गंदा खेल। जी हां, पडरौना व बुद्धनगरी कुशीनगर में संचालित स्पा व बॉडी मसाज सेंटर्स इन दिनों देह व्यापार के कारोबार को लेकर खासे चर्चा में हैं। जानकारों की मानें तो इन मसाज सेंटरों के पीछे एक ऐसी काली सच्चाई छुपी है जिसे जानने के बाद पैरों तले ज़मीन खिसक जाती है।बताया जा रहा है कि पडरौना नगर सहित बुद्धस्थली कुशीनगर इन दिनों जिस्मफरोशी के अनैतिक कारोबार के लिए चर्चा में हैं। बात चाहे होटलों और रेस्टोरेंटों में खुलेआम देह व्यापार की हो या फिर स्पा व मसाज सेंटर्स में बॉडी मसाज के नाम पर जिस्मफरोशी के अवैध व अनैतिक खेल की, यह कारोबार धड़ल्ले से और बेखौफ संचालित किया जा रहा है। पडरौना नगर की बात करें तो नगर क्षेत्र में कुकुरमुत्तों की तरह तकरीबन एक दर्जन से अधिक स्पा व मसाज सेंटर्स खुले हैं। सूत्र बताते हैं कि लगभग सभी सेंटर्स पर धड़ल्ले से देह व्यापार का कारोबार चल रहा है। पडरौना-कसया मार्ग पर बड़ी गंडक नहर के बगल स्थित मॉल में स्पा मसाज सेंटर, कठकुईयां रोड स्थित मॉल के तीसरे माले पर लुल्लू बॉडी मसाज सेंटर, बड़ी गंडक नहर की पटरी पर मुन्ना कॉलोनी, पडरौना-कसया मार्ग पर छावनी के आगे एक बाइक एजेंसी के ऊपर स्थित मसाज सेंटर सहित नगर के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित मसाज सेंटर्स पर खुलेआम जिस्मफरोशी का अनैतिक कारोबार फल-फूल रहा है। इसी तरह बुद्धनगरी कुशीनगर के गोपालगढ़ ओवरब्रिज के सामने, एनएच 28 हंसराज हॉस्पिटल के सामने व सपहा रोड स्थित बॉडी मसाज सेंटर्स देह व्यापार के कारोबार को लेकर खासे चर्चा में हैं। मजेदार बात यह है कि इन मसाज सेंटर्स पर बेखौफ होकर चल रहे इस डर्टी कारोबार पर कार्रवाई करने के बजाय जिम्मेदार अधिकारी धृतराष्ट्र बनकर बेपरवाह हैं। जबकि आये दिन सूबे के अलग-अलग जनपदों में स्पा व बॉडी मसाज का काला सच वहां की पुलिस उजागर कर रही है — इसके बावजूद कुशीनगर की पुलिस व जिला प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
मसाज सेंटर्स के अंदर का सच
मीडिया द्वारा पडरौना व कुशीनगर के मसाज सेंटर्स पर किए गए स्टिंग ऑपरेशन में मसाज सेंटर की एक महिला स्टाफ ने सेंटर का राज खोलते हुए जो बताया वह काफी चौंकाने वाला है। स्पा व मसाज सेंटर्स के अंदर मसाज की आड़ में देह व्यापार का खेल चलता है। वहां अपनी शारीरिक भूख शांत करने के लिए रसूखदार ग्राहक आते हैं। सेंटर के मालिक युवतियों पर दबाव डालते हैं कि वे ग्राहकों के साथ हमबिस्तर होकर उन्हें संतुष्ट करें, जिसके बदले उन्हें मासिक वेतन के साथ अलग से मोटी कमाई होती है।
स्पा व मसाज सेंटर्स में डर्टी खेल
जानकारों का कहना है कि सूबे की राजधानी लखनऊ सहित कई शहरों में पुलिस द्वारा स्पा व मसाज सेंटर्स पर की गई छापेमारी में इन सेंटर्स के अंदर चल रहे डर्टी खेल का खुलासा हो चुका है। पुलिस को मसाज सेंटर्स में ऐसे कई सबूत मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि वहां देह व्यापार का धंधा लगातार चल रहा था। वहां की लड़कियों पर ग्राहकों से संबंध बनाने का दबाव होता था और इसके एवज में ग्राहकों से मोटी रकम वसूली जाती थी। इसके अलावा कई मसाज सेंटर्स पर देह व्यापार के साथ-साथ मानव तस्करी का भी खुलासा हो चुका है।
आवासीय कॉलोनियों और संभ्रांत जगहों पर पांव पसार चुका है मसाज सेंटर
सूत्रों का कहना है कि आवासीय कॉलोनियों व संभ्रांत माने जाने वाली जगहों पर बॉडी मसाज की आड़ में देह व्यापार का कारोबार पांव पसार चुका है। पडरौना के जिन चमचमाते मॉलों में आप सपरिवार खरीदारी के लिए जाते हैं, वहीं पर मसाज की आड़ में देह व्यापार भी चल रहा होता है। सूत्रों के अनुसार पडरौना व बुद्धनगरी कुशीनगर सहित जिले के अन्य क्षेत्रों में कुकुरमुत्तों की तरह स्पा और मसाज पार्लर धड़ल्ले से खुल रहे हैं। इन सेंटर्स पर बाहर आकर्षक बोर्ड लगे होते हैं और बाहर से देखने पर कुछ भी असामान्य नज़र नहीं आता, लेकिन अंदर का नज़ारा और धंधा पूरी तरह अलग होता है। हालांकि यह स्पष्ट करना जरूरी है कि सभी स्पा या मसाज सेंटर्स में यह अवैध कारोबार हो रहा हो, यह आवश्यक नहीं है, लेकिन बहुतेरे स्पा व मसाज सेंटर्स देह व्यापार के कारोबार में लिप्त हैं — इससे इनकार नहीं किया जा सकता।
क्या हैं नियम?
लाइसेंस और पंजीकरण: मसाज सेंटर संचालित करने से पहले, लाइसेंस और पंजीकरण प्राप्त करना अनिवार्य है। इनमें स्वास्थ्य ट्रेड लाइसेंस, जीएसटी पंजीकरण और अग्नि सुरक्षा मंजूरी शामिल है। मसाज सेंटर में केवल वैध मसाज सेवाओं का ही संचालन किया जाना चाहिए। मसाज सेंटर्स पर किसी तरह की यौन गतिविधि करना या करवाना जघन्य अपराध है, जो पूरी तरह से वर्जित है।
सीसीटीवी व्यवस्था: मसाज सेंटर्स में प्रवेश, रिसेप्शन और सामान्य क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाए जाने चाहिए और उनकी रिकॉर्डिंग कम से कम तीन महीने तक सुरक्षित रखी जानी चाहिए।
अलग प्रवेश-द्वार और रूम: पुरुष और महिला ग्राहकों के लिए मसाज के रूम व प्रवेश-द्वार अलग-अलग होने चाहिए। उनके प्रवेश-निकास को स्पष्ट रूप से सीमांकित किया जाना चाहिए।
जेंडर-सेपरेशन अनिवार्य: महिला ग्राहकों को केवल महिला थेरेपिस्ट और पुरुष ग्राहकों को पुरुष थेरेपिस्ट द्वारा ही सेवा दी जा सकती है।
दरवाजे पूरी तरह बंद न हों: मसाज रूम के दरवाजे पूरी तरह बंद नहीं होने चाहिए, बल्कि पारदर्शिता के लिए आंशिक रूप से खुले रहने चाहिए।
पहचान अनिवार्यता: मसाज सेंटर में सेवा लेने से पूर्व ग्राहक को पहचान पत्र देना होगा और उसका फोन नंबर व अन्य जानकारी रजिस्टर में दर्ज करना अनिवार्य होगा।
स्टाफ के लिए योग्यता अनिवार्य
गाइडलाइन के मुताबिक मसाज करने वाले कर्मचारियों के पास मान्यता प्राप्त संस्थान से फिजियोथेरेपी, एक्युप्रेशर या प्रोफेशनल डिप्लोमा होना आवश्यक है। कर्मचारियों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए। स्पा व मसाज सेंटर्स में कार्यरत सभी कर्मचारियों का पुलिस चरित्र सत्यापन (PCC) अनिवार्य है। सभी सेंटर्स को अपने परिसर में स्पष्ट रूप से लाइसेंस नंबर, कार्य के घंटे और हेल्पलाइन नंबर (112, 181) प्रदर्शित करना आवश्यक है।