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कुशीनगर में 20 शिक्षक बर्खास्त, 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले में हाईकोर्ट की सख्ती 

कुशीनगर में 20 शिक्षक बर्खास्त, 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले में हाईकोर्ट की सख्ती 

blank फर्जी मेरिट से मिली थी नियुक्ति, बेसिक शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप लोकायुक्त न्यूज ब्यूरो, कुशीनगर। प्रयागराज हाईकोर्ट के आदेश पर 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के क्रम में कुशीनगर जिले के 20 शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। फर्जी दस्तावेजों और फर्जी मेरिट के सहारे नियुक्ति पाने वाले इन शिक्षकों की पहचान कर बीएसए डॉ. रामजियावन मौर्य ने सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया है। इस कार्रवाई से जिले भर के परिषदीय विद्यालयों और शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। हाईकोर्ट के आदेश पर सचिव ने दिए थे जांच के निर्देश गौरतलब है कि वर्ष 2018 में प्रदेश सरकार ने 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। इस दौरान कई अभ्यर्थियों ने गलत मेरिट अंक दिखाकर नियुक्ति प्राप्त की थी। इस फर्जीवाड़े को लेकर मेरिट सूची से बाहर हुए अभ्यर्थियों ने न्यायालय की शरण ली। कोर्ट के आदेश के बाद सचिव बेसिक शिक्षा परिषद सुरेंद्र तिवारी ने 9 मई को सभी जिलों को आदेश जारी कर नियुक्त शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेजों और मेरिट सूची की जांच कर फर्जी पाए गए शिक्षकों की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए थे।  इन शिक्षकों की सेवा हुई समाप्त जिन शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है, उनमें पडरौना ब्लॉक के अजय कुमार, पिंकी, श्वेतांगी शर्मा, रिंकू सिंह, सौरभ सिंह, शुभम अग्रवाल, रुदल कुमार निषाद शामिल हैं। कसया ब्लॉक से अमित कुमार राय, अर्जुन सिंह, कुमारी पुष्पा, प्रीति, प्रियंबदा पुष्कर, श्वेता पटेल, फाजिलनगर ब्लॉक से प्रभात कुमार जायसवाल, कप्तानगंज से अवधेश कुमार चौधरी व सुनीत कुमार यादव, सुकरौली से प्रियंका श्रीवास्तव, सचिन प्रताप सिंह, स्वीटी शौकीन,और तमकुही ब्लॉक से मनीष कुमार माहौर की सेवा समाप्त कर दी गई है।  जांच में खुली पोल, और भी शिक्षक रडार पर बीएसए डॉ. रामजियावन मौर्य ने बताया कि इन शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेजों और मेरिट अंकों में भारी विसंगति पाई गई। इनकी शैक्षिक अर्हता पूरी नहीं थी, फिर भी इन्हें गलत तरीके से नियुक्ति मिल गई। सचिव के निर्देश पर इनकी सेवा समाप्त कर दी गई है। अन्य शिक्षकों की भी जांच चल रही है, जिन पर जल्द कार्रवाई हो सकती है।

मेरिट सूची में की गई थी हेराफेरी बताया जा रहा है कि बीटीसी 2015 बैच के कुछ अभ्यर्थियों ने बैक पेपर के बावजूद गलत अंक दर्ज कर मेरिट बनाई। बाद में बैक क्लियर होने के बाद प्राप्तांक कम हो गया, जिससे उनकी वास्तविक मेरिट सूची से चयन नहीं हो पाता।

 प्रदेश भर में मचा हड़कंप कुशीनगर में हुई इस बड़ी कार्रवाई ने प्रदेश भर के शिक्षकों में चिंता की लहर दौड़ा दी है। अब अन्य जिलों में भी ऐसी ही कार्रवाई की आशंका जताई जा रही है। बीएसए बोले – "किसी को नहीं बख्शा जाएगा" बीएसए डॉ. मौर्य ने दो टूक कहा कि गलत मेरिट और फर्जी दस्तावेजों के सहारे शिक्षक बनने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। शिक्षा की गरिमा से खिलवाड़ करने वालों पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।
 
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कुशीनगर में 20 शिक्षक बर्खास्त, 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले में हाईकोर्ट की सख्ती 

कुशीनगर में 20 शिक्षक बर्खास्त, 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले में हाईकोर्ट की सख्ती 

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फर्जी मेरिट से मिली थी नियुक्ति, बेसिक शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप

लोकायुक्त न्यूज

ब्यूरो, कुशीनगर। प्रयागराज हाईकोर्ट के आदेश पर 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के क्रम में कुशीनगर जिले के 20 शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। फर्जी दस्तावेजों और फर्जी मेरिट के सहारे नियुक्ति पाने वाले इन शिक्षकों की पहचान कर बीएसए डॉ. रामजियावन मौर्य ने सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया है। इस कार्रवाई से जिले भर के परिषदीय विद्यालयों और शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।

हाईकोर्ट के आदेश पर सचिव ने दिए थे जांच के निर्देश
गौरतलब है कि वर्ष 2018 में प्रदेश सरकार ने 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। इस दौरान कई अभ्यर्थियों ने गलत मेरिट अंक दिखाकर नियुक्ति प्राप्त की थी। इस फर्जीवाड़े को लेकर मेरिट सूची से बाहर हुए अभ्यर्थियों ने न्यायालय की शरण ली। कोर्ट के आदेश के बाद सचिव बेसिक शिक्षा परिषद सुरेंद्र तिवारी ने 9 मई को सभी जिलों को आदेश जारी कर नियुक्त शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेजों और मेरिट सूची की जांच कर फर्जी पाए गए शिक्षकों की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए थे।

 इन शिक्षकों की सेवा हुई समाप्त
जिन शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है, उनमें पडरौना ब्लॉक के अजय कुमार, पिंकी, श्वेतांगी शर्मा, रिंकू सिंह, सौरभ सिंह, शुभम अग्रवाल, रुदल कुमार निषाद शामिल हैं।
कसया ब्लॉक से अमित कुमार राय, अर्जुन सिंह, कुमारी पुष्पा, प्रीति, प्रियंबदा पुष्कर, श्वेता पटेल,
फाजिलनगर ब्लॉक से प्रभात कुमार जायसवाल,
कप्तानगंज से अवधेश कुमार चौधरी व सुनीत कुमार यादव,
सुकरौली से प्रियंका श्रीवास्तव, सचिन प्रताप सिंह, स्वीटी शौकीन,और तमकुही ब्लॉक से मनीष कुमार माहौर की सेवा समाप्त कर दी गई है। 

जांच में खुली पोल, और भी शिक्षक रडार पर
बीएसए डॉ. रामजियावन मौर्य ने बताया कि इन शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेजों और मेरिट अंकों में भारी विसंगति पाई गई। इनकी शैक्षिक अर्हता पूरी नहीं थी, फिर भी इन्हें गलत तरीके से नियुक्ति मिल गई। सचिव के निर्देश पर इनकी सेवा समाप्त कर दी गई है। अन्य शिक्षकों की भी जांच चल रही है, जिन पर जल्द कार्रवाई हो सकती है।

मेरिट सूची में की गई थी हेराफेरी
बताया जा रहा है कि बीटीसी 2015 बैच के कुछ अभ्यर्थियों ने बैक पेपर के बावजूद गलत अंक दर्ज कर मेरिट बनाई। बाद में बैक क्लियर होने के बाद प्राप्तांक कम हो गया, जिससे उनकी वास्तविक मेरिट सूची से चयन नहीं हो पाता।

 प्रदेश भर में मचा हड़कंप
कुशीनगर में हुई इस बड़ी कार्रवाई ने प्रदेश भर के शिक्षकों में चिंता की लहर दौड़ा दी है। अब अन्य जिलों में भी ऐसी ही कार्रवाई की आशंका जताई जा रही है।

बीएसए बोले – “किसी को नहीं बख्शा जाएगा”
बीएसए डॉ. मौर्य ने दो टूक कहा कि गलत मेरिट और फर्जी दस्तावेजों के सहारे शिक्षक बनने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। शिक्षा की गरिमा से खिलवाड़ करने वालों पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।


 

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